लातेहार: चंदवा-टोरी रेलखंड के परसाही के समीप 212 एलएचएस नंबर के अंडरग्राउंड ब्रिज में कीचड़ जलजमाव हो जाने से करीब आधे दर्जन गांवों के ग्रामीणों को आने जाने में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा रहा है. संवेदक ने ब्रिज का आधा काम किया है.
अंडरपास ब्रिज के सड़क की आगे तक पीसीसी ढ़लाई नहीं की है. जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने से ही बरसात के मौसम में भारी समस्या उत्पन्न हो गयी है.
बारिश के कारण रेलवे अंडरग्राउंड ब्रिज में पानी भरने से आवागमन बाधित हो गया है. अंडरपास ब्रिज बनाने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी. उस वक्त उन्होंने सोचा नहीं था कि बरसात में उन्हें इतनी परेशानियों का सामना करना होगा.
अंडरग्राउंड ब्रिज में पानी सोखने के लिए कोई प्रबंध नहीं किया गया है. पानी निकालने के लिए एक नाली बनाया गया है, लेकिन वह अंडरपास सड़क से करीब चार फुट उपर है.
लगातार हो रही बारिश से अंडरपास ब्रिज में पानी और कीचड़ जमा हो गया है. इससे अंडरपास ब्रिज की दीवारों में नमी आ गई है. इससे किसी बड़े रेल हादसे का भय लोगों को सता रहा है.
रेलवे ने छह माह पहले इस ब्रिज का निर्माण कराया था. यह पथ भंडारगढ़ा, महुआमिलान, मरमर, रक्शी, पिपराही, रोल, जमीरा, डुरू, देवनदिया, परसाही, पतराटोली, लोहसींगना और तुपी गांव को जोड़ता है.
सैकड़ों लोगों का प्रत्येक दिन गांव से शहर आना जाना इसी रास्ते से होता है. पैदल और साईकल से सफर करने वाले अंडरपास से नहीं जाकर उपर के रेल पटरी से पास कर आना जाना कर रहे हैं.
दो और चार पहिया वाहन चालकों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई मोटरसाइकिल चालक पानी कीचड़ में गिरकर चोटिल हो चुके हैं.