रामगढ़: नगर परिषद रामगढ़ में कार्यरत कर्मियों को आउटसोर्सिंग के माध्यम से भुगतान करने को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा बार-बार दबाव बनाने पर नगर परिषद के दैनिक वेतन भोगियों ने रामगढ़ विधायक ममता देवी को एक पत्र सौंपा।.
पत्र के माध्यम से कहा कि विगत 2016-17 से सफाई कर्मी, जमादार, पर्यवेक्षक एवं ड्राइवर के पद पर दैनिक मजदूरी पर कार्य करते आ रहे हैं.
कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा आउटसोर्सिंग के तहत कार्य करने के लिए हम सभी दैनिक वेतन भोगियों को दबाव दिया जा रहा है. जबकि पूरे झारखंड राज्य में कुल 49 यूएलबी है, जिसमें हजारीबाग को छोड़कर कहीं भी आउटसोर्सिंग के माध्यम से भुगतान नहीं किया जा रहा है.
बीते 30 सितंबर को रामगढ़ नगर परिषद बोर्ड की तत्कालीन बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि नगर परिषद के सभी दैनिक वेतन भोगियों का भुगतान आउटसोर्सिंग से ना कर नगर परिषद कार्यालय से किया जाए. फिर भी कार्यपालिक पदाधिकारी के द्वारा आउटसोर्सिंग के माध्यम से भुगतान करने को लेकर सभी कर्मियों को प्रताड़ित किया जा रहा है. ऐसी परिस्थिति में सभी कर्मी मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं.
सभी कर्मियों ने विधायक से नगर परिषद कार्यालय से वेतन भुगतान करवाने की मांग की है. विधायक को पत्र सौंपने वाले दैनिक वेतन भोगियों में अशोक महतो, विपिन कुमार महतो, रंजीत कुमार, मुमताज अंसारी, प्रयाग बेदिया, शमीम अख्तर, चंदन कुमार, बलदेव महतो, आर्यन कुमार, अमित कुमार, नंदकिशोर बेदिया, सलीम अंसारी, उमेश कुमार, सुनील कुमार, किशोर बेदिया, मनोज राम, महेश राम, गोविंद करमाली, मदन बेदिया, मोहन बेदिया, कोलेश्वर बेदिया, रविंद्र राम, सुनील बेदिया, अनिल करमाली, श्रवण कुमार, उमेश कुमार, रामू, सूरज कुमार, राजेंद्र करमाली, दिलीप करमाली, भागीरथ करमाली, छोटेलाल करमाली, शिव राम, सोनू सागर, गौतम राम, कपिल कुमार, वीरेंद्र मुंडा, अनिल कुमार, सनी सागर, शक्ति कुमार, सिकंदर बेदिया, दिलीप बेदिया, गौतम राम, गोविंद विश्वकर्मा आदि शामिल थे.