नई दिल्ली: शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने बड़ा बयान जारी करते हुए कहा, ”अगर मुस्लिम में किसी का कोरोना से निधन होता है, तो वह उसे दफनाए नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिक मशीन से दाह संस्कार करवाए जिससे वायरस समाप्त हो जाए.”
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खबर के अनुसार, वसीम रिजवी ने बताया कि शिया वक्फ बोर्ड अपने कब्रिस्तानों में ऐसा विचार भी कर रहा, कोरोना से साथ मिलकर लड़ने की जरूरत है. इसके साथ ही लखनऊ में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने भी कोरोना को लेकर लोगों को हिदायत दी है.
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उन्होंने कहा, ”लोग बड़ी मस्जिदों की जगह मोहल्ले की छोटी मस्जिदों में जुमे की नमाज पढ़े. इसके साथ ही बुजुर्ग और छोटे बच्चे घरों में ही नमाज पढ़े.”
चीन में शव को दफनाने की प्रक्रिया पर रोक
चीन में जब इस वायरस ने महामारी के रूप में परिवर्तित हुआ तब चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने तुरंत इस बीमारी से मरने वालों का cremation या दाह संस्कार (शव को खुले स्थान में अग्नि की उपस्थिती में अन्त्येष्टि) करने का निर्देश दे दिया और burial या शव को दफनाने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. जिससे यह वायरस और न फैले.