मुंबई: मुंबई पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने प्रेस से बात करते हुए कहा, “सुशांत के पिता, बहन और जीजा का बयान 16 जून को दर्ज किया गया था. उस समय उन्होंने कोई संदेह नहीं उठाया और न ही उन्होंने हमारी जांच में किसी चूक के बारे में शिकायत की.”
मुंबई पुलिस आयुक्त ने कहा, “यह बात सामने आई है कि उसे (सुशांत को) बाइपोलर डिसऑर्डर था, उसका इलाज चल रहा था और इसके लिए दवाइयां ली जा रही थीं. उनकी मृत्यु के कारण कौन सी परिस्थितियां हमारी जांच का विषय हैं. अब तक 56 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. हर पहलू से जांच की जा रही है कि यह एक पेशेवर प्रतिद्वंद्विता है, वित्तीय लेनदेन या स्वास्थ्य.”
उन्होंने कहा, “मुंबई पुलिस द्वारा पूछताछ किए गए 56 लोगों में से रिया चकवर्ती एक थीं. उनका बयान दो बार दर्ज किया गया और उन्हें कई बार पुलिस स्टेशन बुलाया गया. मैं उनके ठिकाने के बारे में टिप्पणी नहीं कर सकता. बिहार पुलिस की एफआईआर में कहा गया है कि सुशांत के खाते से 15 करोड़ रुपये निकाले गए. जांच के दौरान, हमने पाया कि उनके खाते में 18 करोड़ रुपये थे, जिनमें से लगभग 4.5 करोड़ रुपये अभी भी हैं. अब तक रिया चक्रवर्ती के खाते में कोई प्रत्यक्ष हस्तांतरण नहीं मिला है, फिर भी जांच की जा रही है.”
मुंबई पुलिस आयुक्त ने कहा, “जांच के दौरान किसी राजनेता का नाम सामने नहीं आया. किसी भी पार्टी के किसी भी राजनेता के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है. बिहार पुलिस के असहयोग का कोई सवाल ही नहीं है, हम कानूनी तौर पर जांच कर रहे हैं कि क्या सुशांत सिंह राजपूत केस में उनका (बिहार पुलिस का) अधिकार क्षेत्र है या नहीं. फिर भी अगर उन्हें अधिकार क्षेत्र मिल गया है, तो उन्हें यह साबित करना चाहिए.”