रांची: यदि किसान समूह बनाकर खेती करें तो बंजर भूमि से भी सोना उगलवा सकता हैं. इस बात को चरितार्थ कर रहे हैं भंवरो टोली नगड़ी के किसान, जिन्होंने फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन से जुड़कर बंजर भूमि पर तरह-तरह के सब्जी और सहजन की खेती कर एक मिसाल कायम की है.
भंवरो टोली, नगडी की पथरीली भूमि पर कुछ दिनों पूर्व मोरम का टीला था मगर आज यहां टमाटर, फ्रेंच बीन, मटर और सहजन के हजारों पौधे लहलहा रहे हैं और यह सब कुछ संभव हो पाया फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन नगड़ी के सहयोग से. संस्था की निर्देशिका नीतू केसरी कहती है कि कई किसानों द्वारा संगठन में जुड़कर सामूहिक कृषि कार्य करने से मुनाफा बढ़ा है.
समूह में काम करने से किसानों को कई तरह से फायदा पहुंच रहा है. भंवरो टोली के किसान विजय पाहन कहते हैं कि एफपीओ से जुड़ने से हमारा काम आसान हो गया है और हमें बिचौलियों से भी छुटकारा मिल गया है. गांव के ही किसान रवि किस्पोट्टा मानते हैं कि सामूहिक कृषि से उत्पादन लागत कम होती है. क्षेत्र के बुजुर्ग राम मोहन साहू कहते हैं कि पहले यह स्थान बंजर, वीरान था पर अब यहां हरियाली है.
हमारे प्रधानमंत्री देश में किसानों का समूह बनाकर कलेक्टिव फार्मिंग पर जोर दे रहे हैं. नगड़ी का यह फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन रांची जिला का पायलट प्रोजेक्ट है जो इंडियामार्ट एवं ई नाम से जुड़कर अपने उत्पादों को विदेशों तक पहुंचा रहा है.