रांची: झारखंड की राजधानी रांची समेत राज्य के अधिकांश हिस्सों में पिछले 24 घंटे से रूक-रूक कर हो रही लगातार बारिश से सामान्य जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है. बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गयी है. पेड़ और टहनिया गिरने से सड़क आवागमन बाधित हुई है. वहीं आज दोपहर साहेबगंज में भूकंप के हल्के झटके से सभी सहम गये.
रांची स्थित भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने शुक्रवार को बताया कि बंगाल की खाड़ी और ओडिशा के तटीय इलाको में निम्न दबाव के कारण झारखंड पर मजबूत सिस्टम बना हुआ है, 23 अगस्त को भी बंगाल की खाड़ी में एक और निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिससे राज्य के अधिकांश इलाकों में बारिश होगी.
साहिबगंज में भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये
साहिबगंज जिले में आज दोपहर 12बजकर 7 मिनट पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गयी. भूकंप से किसी तरह के नुकसान की अब तक कोई खबर नहीं है. इस दौरान लोगों ने हल्का कंपन महसूस किया और जब उन्हें यह आभास हुआ कि भूकंप के कारण यह कंपन महसूस हुई है, तो लोग अपने घरों से बाहर निकल गये.
भूकंप का केंद्र देवघर बताया गया है. हालांकि बहुत कम लोगों को इसका अहसास हुआ. साहिबगंज कालेज के भू गर्भ विभाग के प्रो रंजीत सिंह ने कहा कि साहिबगंज में झटका आया था. लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
बिजली आपूर्ति व्यवस्था बाधित
इस मॉनसून सीजन में पहली बार ऐसा देखने को मिला, जब 24घंटे में सभी जिलों में बारिश हुई. रूक-रूककर लगातार हो रही बारिश से राजधानी के कई निचले इलाकों में पानी भर गया. घरों में पानी घुसने के कारण लोग देर रात तक पानी निकालने में जुटे रहे. सड़कों पर घंटों जल जमाव रहा. शहर में कई स्थानों पर बिजली का पेड़ उखड़ कर और टहनियां टूट कर गिरने से सड़क आवागमन भी बाधित हुआ है. वहीं शहर के विभिन्न इलाकों में घंटों बिजली आपूर्ति व्यवस्था बाधित रही.
डैम का फाटक खोला गया
दूसरी तरफ इस बारिश से राजधानी रांची के तीनों डैमों का जलस्तर भी बढ़ा है, जिससे गर्मी के दिनों में निर्बाध बिजली आपूर्ति के आसार बने है. गोंदा (कांके) में 12 दिन बाद शुक्रवार को दूसरी बार गेट खोला गया है. डैम का जलस्तर 28 फीट होने में महज 7 इंच पानी भरना बाकी है. वहीं हटिया डैम के वाटर लेबल में 2.2 फीट की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. 20 अगस्त को डैम का लेबल जहां पर 21.4 पर था जो 21 अगस्त को बढ़कर 23.6 फीट पर पहुंच गया है. गेतलसूद (रूक्का) डैम का भी लेबल 24 घंटे में बढ़ा है. 20 अगस्त को जहां डैम का लेबल 29.3 पर था जो 21 अगस्त को बढ़कर 30.8 पर पहुंच गया है.