रांची:- देश के दूरदर्शी लोगों की देन है कि हमें एक ऐसा संविधान मिला, जो दुनिया में सर्वोत्तम है. यही वह किताब है जो हमें एक सूत्र में पिरो कर रखता है. इतनी विभिन्नता के बावजूद संविधान ने हमें ऐसा बांधा है कि हम सभी लोकतंत्र के हिस्सा के रूप में खुद को पा रहे हैं. संविधान के संबंध में आज बहुत कुछ जानने का पुनः अवसर मिला. संविधान द्वारा प्राप्त आम लोगों के अधिकार को अक्षुण्ण रखा जाए, इसको लेकर न्यायपालिका को सक्रिय भूमिका के रूप में हमेशा से देखा है. ये बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कही. मुख्यमंत्री एनसीसी रांची द्वारा आयोजित संविधान दिवस के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीसी का डायरेक्टरेट पटना में है. झारखण्ड में भी अगर इसकी स्थापना हो सके तो एनसीसी को बड़ा बल मिलेगा. एनसीसी के नौसेना विंग के प्रशिक्षण की प्रक्रिया प्रारंभ करने हेतु झारखण्ड में भी व्यवस्थाएं मौजूद हैं. हम बहुत आसानी से प्रशिक्षण दे सकते हैं. राज्य का फ्लाइंग एकेडमी वायु सेना के क्षेत्र में जाने की इच्छा रखने वाले बच्चों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है, इसके लिए एक कार्य योजना बने.
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीसी ने देश के संविधान के साथ कदम से कदम मिलाकर लोकतांत्रिक व्यवस्था के ढांचे को संरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाया है. यह हमारे लोकतंत्र के लिए, सामान्य नागरिक के लिए गौरव की बात है. झारखण्ड में एनसीसी के दो बटालियन हैं. एक रांची व दूसरा हजारीबाग में. करीब 32 हजार नौजवान इससे जुड़े हुए हैं. 189 स्कूल व कॉलेज में एनसीसी की गतिविधि होती है. यह अच्छी बात है. झारखण्ड की भौगोलिक, सामाजिक संरचना व यहां का वातावरण एनसीसी समूह को ऊर्जा देने में सक्षम है. मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीसी में कुछ समय के लिए शामिल होने का अवसर मुझे भी मिला था. आज आपके बीच इस दिवस पर मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. आप सभी कैडेट्स ने देश एवं राज्य के लिए जिन कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं. वह सराहनीय है.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एनसीसी कैडेट्स द्वारा प्रदर्शित की गई पेंटिंग का अवलोकन कर उसके संबंध में कैडेस्ट्स में विस्तार पूर्वक जाना व समझा. इस अवसर पर मेजर जनरल रविन्द्र सिंह, ग्रुप कमांडर, ब्रिगेडियर मनीष त्रिपाठी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, रांची यूनिवर्सिटी के कुलपति रमेश चंद्र पांडेय, एनसीसी कैडेट्स व अन्य उपस्थित थे.