हजारीबाग:- सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड ज्यादा क्षेत्र में कोल माइन संचालित करती है जिसके तहत कोल के उत्पादन में बढ़ोतरी होती है जिससे राज्य सरकार को अतिरिक्त रेवेन्यू मिलेगी. अगर एनर्जी सिक्योरिटी की बात करें तो कोल के ज्यादा प्रोडक्शन होने से हम देश तथा राज्य के लिए अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं. यदि हम कोल माइन को बढ़ाते हैं तो राज्य सरकार को फंड उपलब्ध होगा जिसका इस्तेमाल राज्य का विकास के साथ अन्य काम के लिए किया जा सकता हैं. उपरोक्त बातें उत्तरी छोटानागपुर सह पलामू प्रमंडलीय आयुक्त श्री जटा शंकर चौधरी ने आज हजारीबाग परिसदन में सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड के अधिकारियों तथा जिले के अपर समाहर्ता के साथ बैठक में कही.
’आयुक्त ने कहा कि सीसीएल के कामों में होनी वाली समस्या से अवगत होना बैठक का उद्देश्य हैं. बैठक के दौरान सीसीएल के द्वारा कई समस्याओं जैसे वंशावली, प्रोजेक्ट्स के लिए जमीन की समस्या आदि से आयुक्त को अवगत कराया गया. कई समस्याओं का निवारण बैठक में जिले के अपर समाहर्ता के द्वारा की गई तथा कुछ समस्याओं के निवारण के लिए सुझाव दिए गए. उन्होंने कहा कि सीसीएल और जिले के अपर समाहर्ता के बीच अच्छी कम्युनिकेशन हो ताकि समस्याओं का समाधान सरल तरीके से हो सके.
आयुक्त शंकर ने कहा कि एनर्जी सिक्योरिटी, कोयला खनन को बढ़ाने से हमें विकास में फायदा होगा लेकिन खनन के दौरान इस बात का भी खास ध्यान रखना है की अवैध खनन ना हो. अवैध खनन को रोकने पर हमें विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत हैं.
शंकर के द्वारा कहां कितनी फॉरेस्ट रिकॉर्ड पेंडिंग हैं उसका एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट बनाकर एक महीने के अंदर जिले के एसी को फॉरेस्ट कारवाई करने के निर्देश दिए गए. उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर से जो आदेश जारी हैं उसका पालन करते हुए कारवाई करें.
बैठक में अपर समाहर्ता, हजारीबाग, संदीप कुमार लाल, अपर समाहर्ता, चतरा, संतोष कुमार, अपर समाहर्ता, बोकारो, सादात अनवर, महाप्रबंधक बोकारो, राजीव सिंह (सीसीएल), महाप्रबंधक कुजू क्षेत्र ईश्वर चंद्र मेहता, महाप्रबंधक रजरप्पा क्षेत्र, आलोक कुमार, सीसीएल सलाहकार संतोष कुमार संग अन्य अधिकारी मौजूद थे.