Ranchi: आज पूरे विश्व में पर्यावरण संरक्षण को लेकर बड़े बड़े आयोजन हो रहे हैं और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं. लोग पर्यावरण संतुलन को लेकर जागरूक हों इसके लिए हमें बेहतर और प्रभावशाली प्रयास करने होंगे. यह बातें रूस से आयी डॉक्टर डॉली कृष्णन ने चैंबर भवन सभागार में आरंभ एक पहल प्रगति की ओर से आयोजित पर्यावरणीय खतरे और शमन रणनीतियों को लेकर सिंपोजियम में कही.
डॉक्टर कृष्णन ने विभिन्न कॉलेज और यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी, वैज्ञानिक और अन्य पर्यावरणविद् की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए ताकि पर्यावरण संतुलन के लिए किए जाने वाले प्रयासों की बारीकियों को साझा किया का सके। सुबह 10 बजे से शाम तक चले इस सिंपोजियम में सेंट जेवियर कॉलेज के डॉक्टर वैंकट अप्पा राव, डॉक्टर अजय श्रीवास्तव, डॉक्टर प्रिया श्रीवास्तव, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड के डॉक्टर राजकिशोर मिश्रा, डॉक्टर पल्लवी शर्मा ने शोधार्थियों को पीपीटी के माध्यम से पर्यावरणीय खतरे और उसके बचाव के संबंध में जानकारी दी.
आरंभ एक कदम प्रगति की ओर से की सचिव रेणु कुमारी ने कहा कि स्वरोजगार और स्वाबलंबन के क्षेत्र में तीव्र गति से कदम बढ़ाए जाएं. आरंभ एक पहल प्रगति की ओर का ये प्रयास है कि व्यवसाय और रोजगार के विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं को आत्मनिर्भर बनने कि दिशा में कदम बढ़ाया जाए. खासकर महिलाओं को स्वाबलंबी बनाने के लिए हमारी संस्था उनके सामाजिक उत्थान में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कृत्संकल्पित है. हमें उम्मीद है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से पर्यावरण को बचाने की दिशा में अपनी महती भूमिका का निर्वहन कर सकेंगे. इस कार्यक्रम के जरिए ये प्रयास होगा कि झारखण्ड के पर्यावरण संतुलन में सकारात्मक भूमिका निभा सकें.
प्रतिभाओं को किया गया सम्मानित
सिंपोजियम के माध्यम से पर्यावरणीय संतुलन और विभिन्न सामाजिक कार्यों में अपना विशेष योगदान देने वालों को सम्मानित किया गया. सम्मानित होने वालों में मुख्य रूप से अदिति सिंहा, सुश्री नीतू सिंह, श्री माहित वर्मा, डॉक्टर डॉली कृष्णन, डॉक्टर कामदेव कुमार प्रमाणिक, पंकज जैन, उषा दयाल, स्वाति कुमारी गुप्ता, सुनीता मोनिका एक्का, रीमा कुमारी विभोर कुमार सिंह, सुश्री रेणु सेहानी शामिल थे.