प्रत्यर्पित कर कभी भी भारत लाए जाने की खबरों को भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या ने सिरे से खारिज कर दिया है. माल्या के निजी सहायक ने बताया कि वह अपने प्रत्यर्पण से संबंधित किसी भी घटनाक्रम से अनजान हैं. दरअसल, जांच एजेंसियों के सूत्रों ने बुधवार को बताया था कि विजय माल्या को प्रत्यर्पित कर कभी भी भारत लाया जा सकता है.
खबर आई थी कि लंदन में विजय माल्या के प्रत्यर्पण की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं, अब कभी भी उसको भारत लाया जा सकता है लेकिन माल्या के बयान के बाद प्रत्यर्पण को लेकर संशय बरकरार है. उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन की कोर्ट ने अगस्त 2018 में माल्या की याचिका पर सुनवाई करते हुए भारतीय जांच एजेंसियों से उस जेल का विस्तृत ब्योरा मांगा था, जहां प्रत्यर्पण के बाद माल्या को रखा जाएगा.
तब एजेंसियों ने मुंबई स्थित आर्थर रोड जेल की एक सेल का वीडियो ब्रिटेन कोर्ट को सौंपा था, जहां माल्या को भारत लाए जाने के बाद रखने की योजना है. एजेंसियों ने तब ब्रिटेन कोर्ट को आश्वस्त किया था कि माल्या को दो मंजिला आर्थर रोड जेल परिसर के अंदर बेहद सुरक्षित बैरक में रखा जाएगा.
आर्थर रोड जेल में अंडरवर्ल्ड से जुड़े कई कुख्यात अपराधियों जैसे अबु सलेम, छोटा राजन, मुस्तफा दोसा को रखा जा चुका है. मुंबई हमलों को अंजाम देने वाले पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को भी बेहद कड़ी सुरक्षा में इसी जेल में रखा गया था.
वहीं, शीन बोरा हत्या मामले के आरोपी पीटर मुखर्जी और पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) को 13,500 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाला विपुल अंबानी भी इस जेल में रखा जा चुका है. माल्या पर देश के 17 बैंकों का नौ हजार करोड़ रुपये बकाया है. वह दो मार्च, 2016 को भारत छोड़कर ब्रिटेन भाग गया था.
भारतीय एजेंसियों ने ब्रिटेन की कोर्ट से माल्या के प्रत्यर्पण की अपील की और लंबी लड़ाई के बाद ब्रिटेन की कोर्ट ने 14 मई को माल्या के भारत प्रत्यर्पण की अपील पर मुहर लगा दी थी.