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बिना भेदभाव के कम खर्च पर जरूरतमंद मजदूरों का कर रहे इलाज
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लॉकडाउन में सीमित संसाधनों में बेहतर उपचार कर रहे डॉक्टर पंकज
मुंगेर: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप से जहां जिले के तमाम नामचीन डॉक्टरों की क्लीनिक बंद हो चुका है वैसे प्रस्तुति में जरूरतमंदों के लिए भगवान बन बिना भेदभाव के कम खर्च में इलाज करने का अभियान ग्रामीण चिकित्सक संघ के प्रखंड अध्यक्ष पंकज कुमार चला रहे हैं.
इधर लॉकडाउन में जहां जिले के अधिकांश नामचीन डॉक्टरों ने अपना दरवाजा बंद कर रखा है वही इस परिस्थिति में ग्रामीण चिकित्सक जरूरतमंद बीमारों के लिए भगवान बने हैं.
इस बारे में ग्रामीण चिकित्सक संघ के प्रखंड अध्यक्ष डॉक्टर पंकज कुमार ने बताया कि भले ही लोग हमें झोलाछाप डॉक्टर की संज्ञा क्यों न दे पर इस महामारी के समय में सरकार व प्रशासन का गाइडलाइन का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस के तहत व सुरक्षा के सभी जरूरी सामानों का उपयोग करते हुए जरूरतमंद बीमार लोगों का इलाज जान जोखिम में डालकर हमारी टीम के ग्रामीण चिकित्सक ही प्रखंड के विभिन्न पंचायतों गांव में सेवा भाव से कर रहे हैं.
इतना ही नहीं जरूरतमंद बीमार लोगों के इलाज के अलावे के कोरोना से बचने एवं बचाने के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं. डॉ पंकज ने यह भी बताया कि प्रखंड में लगभग 60 से 70 ग्रामीण चिकित्सक लोगों को सेवा दे रहे हैं.
तो वहीं हेरुदीयरा निवासी ग्रामीण चिकित्सक राव वीरेंद्र सिंह रंजन तो एनएच से गांव में कोरोना महामारी को हराने को लेकर प्राचीन पद्धति आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक पद्धति से घूम घूम कर इलाज कर रहे हैं.
इधर ग्रामीण चिकित्सक के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि तीन दिनों से बच्चे को लेकर मुंगेर के चक्कर लगा रहे थे लेकिन वहां के सभी डॉक्टर अपने क्लीनिक को बंद करके चले गए हैं.
ऐसे में हम लोग अपने ग्रामीण चिकित्सक के पास ही आए जिन्होंने इलाज किया तो हम लोग को कुछ राहत मिला. किसी ने ठीक ही कहा था कि ईश्वर के बाद धरती का भगवान डॉक्टर ही तो है हालांकि इस बात को वर्तमान समय में ग्रामीण चिकित्सक सत प्रतिशत साबित कर रहा है.