रांची: एनआइए की टीम ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद पूर्व मंत्री से पूछताछ की है. इसके लिए एनआइए की टीम मंगलवार को ही जेल पहुंच गयी थी. जानकारी के अनुसार जेल में पूर्व मंत्री से एनआईए ने उग्रवादी संगठन टीपीसी के साथ संबंधों पर पूछताछ की है. हालांकि अभी एनआइए की टीम इस पूछताछ के बारे में कुछ भी बोलने से बच रही है.
क्या है मामला
हाल के दिनों में सोशल मीडिया में एक ऑडियो काफी वारयल हो रहा है. ऑडियो में कथित तौर पर पूर्व मंत्री की आवाज होने का दावा किया जा रहा है. ऑडियो में जिक्र है कि टीपीसी से उनके संबंध ठीक हो गये हैं. टीपीसी ने मगध-आम्रपाली कोल परियोजना में काम बंद कराने में तन-मन से उनका सहयोग किया. इसके साथ ही इस काम के लिए फंडिंग भी की. साथ ही मंत्री बनाने के लिए 2 से 5 करोड़ देने के लिए भी टीपीसी के लोग तैयार हैं. बता दें कि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पायी है कि ऑडियो में आवाज किसकी है. एनआइए अब ऑडियो की जांच कराने में जुट गयी है.
2018 में शुरू हुई थी जांच
एनआइए की टीम ने साल 2018 से मगध-आम्रपाली परियोजना से टेरर फंडिंग की जांच शुरू की थी.एनआइए ने अपनी जांच के बाद टीपीसी के उग्रवादी कोहराम, सीसीएल-उग्रवादियों और पुलिस के लिए लाइजनर का काम करने वाले सुभान मियां, ट्रांसपोर्टर छोटू सिंह, बिंदू गंझू, विनोद गंझू समेत कई की गिरफ्तारी भी की थी. अभी भी छोटू सिंह, बिंदू गंझू, विनोद गंझू रांची के जेल में ही बंद हैं.