जमशेदपुर: झारखंड आंदोलनकारियों में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले स्वर्गीय निर्मल महतो की आज 69वीं जयंती है. निर्मल महतो की जयंती के मौके पर सुबह से ही जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित चमरिया गेस्ट हाउस के पास बने उनके प्रतिमा पर श्रद्धाजंलि देनेवालों का हुजूम उमड़ पड़ा.
हर दल के नेताओं ने शहीद निर्मल महतो के प्रतिमा पर श्रध्दा- सुमन अर्पित कर उनके सपनों का झारखंड बनाने की बातें कही. इस मौके पर जमशेदपुर सांसद और झारखंड आंदोलनकारी विद्युत वरण महतो ने निर्मल दा को झारखंड आंदोलन का सबसे बड़ा नेता बताया और कहा कि उनके शहादत के बाद ही झारखंड आंदोलन का व्यापक स्वरूप उभरकर सामने आया था. जिसका नतीजा है कि आज अलग झारखंड राज्य मिला है.
वहीं ईचागढ़ विधानसभा सीट से नव निर्वाचित झामुमो विधायक और शहीद निर्मल महतो के छोटे भाई पूर्व डिप्टी सीएम स्वर्गीय सुधीर महतो की पत्नी सबिता महतो ने निर्मल महतो की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद ईचागढ़ में अपने पति के अधूरे सपनों को साकार करने का ऐलान किया.
सविता महतो का कहना है कि इस बार चुनाव में जनता जिस तरह जिता कर सामने लाई है, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरकार बनते ही किसी भी हाल पर स्वर्गीय सुधीर महतो की जो इचागढ़ के लोगों के प्रति सपना था उस काम को पूरा कर उनकी आत्मा को शांति पहुंचाएंगे. वहीं उन्होंने सभी इचागढ़ बासीओ को जिताने बधाई दी.
उधर सुबह से ही स्वर्गीय निर्मल महतो को श्रद्धांजलि देनेवालो का तांता दिनभर लगा रहा.
इस दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा के मोहन कर्मकार, आस्तिक महतो, दुलाल भुईयां, रोरिया सोरेन, बाबर खान, प्रमोद लाल, सुमन महतो, बलदेव भुइयां के अलावा हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे.
बता दें कि कार्यकर्ताओं ने मोटरसाइकिल रैली निकाल कर निर्मल महतो अमर रहे, हेमंत सोरेन जिंदाबाद का जोरदार नारेबाजी की और चमरिया गेस्ट हाउस के पास उपस्थित होकर सभी ने स्वर्गीय निर्मल महतो की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखने के बाद सभा को समाप्त किया.