पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान से पहले सीएम नीतीश कुमार ने आरक्षण का दांव खेला है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को वाल्मीकि नगर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आबादी के हिसाब से आरक्षण की हिमायत की है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी हमेशा से यही राय रही है और वो इस पर कायम है कि जातियों को उनकी आबादी के हिसाब से ही आरक्षण मिलना चाहिए.
जनगणना हम लोगों के हाथ में नहीं:
सीएम नीतीश कुमार ने आरक्षण जैसे गंभीर मुद्दे पर कहा कि जनगणना हम लोगों के हाथ में नहीं है. लेकिन हम चाहेंगे कि जितनी लोगों की आबादी है, उस हिसाब से लोगों को आरक्षण मिले. इसमें हमारी कोई दो राय नहीं है.
पार्टियां वोटों के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रही:
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनाव 28 अक्टूबर को खत्म हो गया. दूसरे चरण का चुनाव तीन नवंबर को होना है जिसमें 17 जिलों की 94 सीटों पर चुनाव होंगे. इसी को लेकर पार्टियां वोटों के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रही हैं.
वाल्मीकि नगर में थारू जाति के काफी वोट:
बता दें कि असल में वाल्मीकि नगर में थारू जाति के काफी वोट हैं और ये जाति जनजाति में शुमार करने की मांग उठा रही है. इसी का समर्थन करते हुए नीतीश ने कहा कि थारू को आरक्षण का फायदा दिलाने के लिए वो सालों से कोशिश कर रहे हैं. तब से जब से वो अटल सरकार में रेल मंत्री थे. असल में यहां प्रचार करने के लिए पहुंचे नीतीश के सामने थारू जाति ने पुरजोर तरीके से आरक्षण का मसला रखा था.