9 मिनट का कार्यक्रम खत्म होते ही ऊर्जा मंत्री ने किया ट्वीट.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार रात 9 बजे 9 मिनट तक घर की लाइटें बंद कर दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या मोबाइल की लाइट जलाने की अपील की थी. इसके बाद से एक खास वर्ग द्वारा दावा किया जा रहा था कि एक साथ लाइट बंद करने से पावर ग्रिड फेल हो सकता है.
हालांकि कार्यक्रम से पहले ऊर्जा मंत्रालय ने इन आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि परिस्थिति में ग्रिड के संतुलन को बनाए रखने के लिए पर्याप्त उपाय किए गए हैं.
वहीं कार्यक्रम खत्म होम बाद ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने कहा कि 9 मिनट का यह इवेंट आसानी से संपन्न हो गया और पावर ग्रिड पर कोई असर नहीं पड़ा.
ऊर्जा मंत्री ने आगे कहा की, प्रधानमंत्री ने बत्ती बुझाओ और दीया जलाओ की अपील की और इसके जवाब में विशाल समर्थन मिला. देशवासियों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता का प्रदर्शन किया.
Nine-minute lights-out event went smoothly; no impact on electricity grid functioning: Power Minister R K Singh
— Press Trust of India (@PTI_News) April 5, 2020
केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया था कि लोग घरों में सिर्फ बत्तियां यानी लाइट्स बुझाएं. पंखे, कूलर, फ्रिज, एक्वेरियम या एसी बंद करने की कोई जरूरत नहीं है. बड़ी तादाद में देशवासियों की आशंका, जिज्ञासा और सवालों को देखते हुए ऊर्जा मंत्रालय ने यह साफ किया था की सिर्फ घरों की बत्तियां बुझाए पंखे, कूलर, फ्रिज या ऐसी बन्द करने की ककी जरूरत नहीं.
ऊर्जा मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिए थे की जन सुरक्षा के मद्देनजर स्ट्रीट, अस्पताल, पावर ग्रिड मिल्क प्लांट सहित अन्य सभी जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी.