चतरा: नोवेल कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने को लेकर जिले के विभिन्न गांवों में नो-इंट्री का बोर्ड लगा दिया गया है. कई गांव में किसी भी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दिया है. इसके लिए गांव वालों ने सड़कों पर बैरेकेटिंग कर दी है. गांव में किसी नए आदमी का प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं. सदर प्रखंड व कान्हाचट्टी सहित कई प्रखंडों के गांवों में बैरेकेटिंग की गई.
ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि सरकार ने 21 दिनों तक लॉकडाउन की घोषणा की है. ऐसे में नए और बाहरी लोगों का गांव में प्रवेश संभव नहीं है. यह सब कुछ सतर्कता को लेकर किया गया है चूंकि नोवेल कोराना का संक्रमण आए दिन बढ़ता ही जा रहा है. इसके उपचार की उचित व्यवस्था नहीं है.
परिणामस्वरूप इसके बचाव का एक मात्र उपाय सतर्कता है और इसी सतर्कता को लेकर सड़कों को अवरूद्ध किया गया है. गांव के लोग स्थिति से निपटने के लिए घरों में ही खुद को कैद किए हए हैं. चौक और चौराहों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. गलियों में वीरानगी छाई हुई है.
कोरोना की सतर्कता को लेकर समन्वय समिति गठित, 24 घंटे में स्थापित होगा कंट्रोल रूम
नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकथाम को लेकर जिला से लेकर गांव स्तर पर समन्वय समिति का गठन किया जा रहा है. जिला एवं प्रखंड स्तर पर कमेटी का गठन मंगलवार को कर दिया गया. बुधवार को पंचायत और गांव स्तर पर कमेटी गठित किए जा रहे हैं. इससे पूर्व मंगलवार को उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह ने एक उच्च स्तरीय बैठक की थी. बैठक डीसी ऑफिस स्थित सभाकक्ष में हुई थी. जिसमें जिलास्तरीय समन्वय समिति का गठन किया था.
कोरोना संबंधी कामकाज की निगरानी रखेगी समन्वय समिति
उपायुक्त ने बताया कि समन्वय समिति संक्रमण के फैलाव की रोकथाम, इलाज, प्रचार-प्रसार एवं सूचनाओं के आदान-प्रदान करने के परिप्रेक्ष्य में निगरानी रखेगी. जिला स्तरीय समन्वय समिति का अध्यक्ष उपायुक्त को बनाया गया है. पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को सदस्य, सिविल सर्जन एवं सद अस्पताल उपाधीक्षक को सदस्य सचिव, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, श्रम अधीक्षक, जिला परिवहन पदाधिकारी, जेएसएलपीएस का जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी को सदस्य बनाया गया है.
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समन्वय समिति कई स्तरों पर करेगी काम
प्रखंड स्तरीय समन्वय समिति में बीडीओ, अंचलाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जेएसएलपीएस के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड आपुर्ति पदाधिकारी सदस्य होंगे. इसी प्रकार पंचायत स्तरीय समन्वय समिति में मुखिया अध्यक्ष, पंचायत सेवक सचिव, पंचायत समिति सदस्य, ग्राम संगठन की अध्यक्ष एवं सचिव, स्वास्थ्य उप-केंद्र में पदस्थापित एएनएम सदस्य होंगे. वहीं ग्राम स्तरीय कार्य समिति में वार्ड सदस्य अध्यक्ष, सहिया सचिव, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका एवं शिक्षक सदस्य रहेंगे.
प्रत्येक दिन की जानकारी प्राप्त कर समाधान करेगी समिति
डीसी ने बताया कि गठित कमेटी प्रत्येक दिन जानकारी प्राप्त कर उसका तत्काल क्षमतानुसार समाधान करना. 24 घंटों में कंट्रोल रूम की स्थापना करना. पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस एवं ममता वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करना. कोरोना से प्रभावित मरीजों को केंद्र से अस्पताल तक मंगवाने की व्यवस्था करना. आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता एवं बाजार में मूल्यों की लगातार निगरानी. पुलिस बल के सहयोग से संभावित मरीजों का क्वारंटाइन सुनिश्चित करना. पर्याप्त प्रचार-प्रसार एवं सुविधा उपलब्ध कराना आदि है.