देवघर: उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि कोरोना वायरस के इस वैश्विक आपदा की घड़ी में समाज के बेसहारा, जरूरतमंद, दिव्यांग एवं अति गरीब लोगों को निःशुल्क भोजन की सुविधा मुहैया कराने हेतु जिला के विभिन्न थानों में कम्युनिटी किचन, ग्रामीण क्षेत्रों में दीदी किचन की शुरूआत की गयी है.
इसके अलावा विभिन्न जगहों पर दाल-भात केन्द्र एवं विशेष दाल-भात केन्द्र भी संचालित हैं, जहां असहाय, दिव्यांग, बुजुर्ग जाकर भोजन कर सकते हैं एवं अपने बर्तनों में भी वहां से भोजन ला सकते हैं. उनके द्वारा आगे बतलाया गया कि झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के माध्यम से देवघर जिलान्तर्गत 194 पंचायत में निशुल्क दीदी किचन की शुरुआत कर दी गई.
इसके तहत पालोजोरी में 25, सारठ 27, मधुपुर 21, मोहनपुर 28, देवीपुर 17, करौं 14, सारवां 14, मारगोमुण्डा 13, सोनारायठाढ़ी 12, देवघर प्रखंड अंतर्गत 23 दीदी किचन का संचालन किया जा रहा हैं, ताकि लॉकडाउन के दरम्यान इन केंद्रों के माध्यम से अनाथ, बेसहारा, दिव्यांग, वृद्धजन, गरीब, अतिगरीब एवं राहगीरों को निःशुल्क खाना उपलब्ध कराया जा सकें.
इसके अलावे 13 दाल-भात केन्द्र, 11 विशेष दाल-भात केन्द्र के साथ-साथ 17 थानों में कम्यूनिटी किचन के माध्यम से निःशुल्क भोजन उपलब्ध करायी जा रही है. साथ ही सभी केन्द्रों पर स्वच्छ रहे, स्वस्थ्य रहे के नारे का पालन करते हुए भोजन के पूर्व साबुन अथवा सेनिटाइजर से हाथों को धुलवाया जा रहा है और कोविद-19 से बचाव की जानकारियों से भी लोगों को अवगत कराया जा रहा है.
इसके अलावे उपायुक्त नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि इन सभी केंद्रों पर भोजन वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से अनुपालन किया जा रहा है, ताकि वायरस के संक्रमण को रोकने के प्रयासों में सफलता मिल सके. खाना खाने के दौरान लोगों के बीच कम से कम 3 फीट की दूरी निर्धारित कर उन्हें भोजन वितरित किया जा रहा है.
साथ ही सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे समय-समय पर अपने क्षेत्रों का भ्रमण कर दीदी किचन केन्द्रों के माध्यम से वितरण किये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन का अवलोकन करें और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का प्रयास करें. साथ ही उपायुक्त द्वारा सभी दाल-भात केन्द्र संचालकों को भी सख्त निदेशित किया गया है कि कोई भी दाल-भात केन्द्र लोगों को दिये जाने वाले भोजन से गुणवता से समझौता न करें.
भोजन स्वच्छ व शुद्ध होना चाहिये एवं दाल-भात केन्द्र व इसके समीप साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखें. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
साथ ही उपायुक्त द्वारा इन केन्द्रों में कार्य करने वाले कर्मियों व सखी मंडल के दीदियों को निदेशित किया गया है कि लोगों को भोजन कराते समय सभी कोई स्वच्छता व सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें. इसके अलावा भोजन के पहले व बाद साबुन से हाथ अवश्य धुलवायें जाय व स्वच्छता के प्रति प्रेरित भी किया जाये उन्होंने आगे संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन केंद्रों के माध्यम से गरीब व असहाय परिवारों को भोजन की सुविधा मिलती रहे, इसे सुनिश्चित करें.