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सबसे ज्यादा महाराष्ट्र और दूसरे नंबर पर केरल में हैं कोरोना संक्रमित
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अब तक देश में हो चुकी है 14 मौत, 43 मरीज हो चुके हैं ठीक, 673 हैं संक्रमित
रांचीः पूरे देश में लॉक डाउन का असर दिख रहा है. देशवासियों ने कोरोना पर विजय हासिल करने की ठान ली है. इसका असर यह है कि झारखंड सहित सात राज्य सिक्किम, अरूणाचल प्रदेश, असम, नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा में एक भी संक्रमित अब तक नहीं पाए गए हैं.
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सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 124 संक्रमित मरीज हैं. जिसमें एक रिकवर हुआ है. जबकि दूसरो नंबर पर केरल में 118 संक्रमित मरीज हैं. अब तक कोरोना से देश में 13 लोगों की मौत हो चुकी है. 43 रिकवर हो चुके हैं. जबकि संक्रमित मरीजों की संख्या 665 है.
1 मार्च के बाद 25 दिनों में 3% बढ़कर 4.45% हो गया डेथ रेशियो
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजो का डेथ रेशियो 1 मार्च 2020 तक 1.4 % तक बढ़ा. मतलब की हर 100 संक्रमित लोगों में 1 कम से कम 1 इंसान की मौत हो जाती थी.
1 मार्च के बाद 25 दिनों में 3% बढ़कर 4.45% हो गया डेथ रेशियो. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अप्रैल माह के अंत तक यह बढ़ कर 8. 45 % हो जाएगा और मई के अंत तक यह 11% तक या इससे ज्यादा बढ़ सकता है.
ऐसा हुआ तो तो हर 100 संक्रमित लोगों में से 11 व्यक्ति की मौत हो सकती है.
क्या हो सकता है भारत में
भारत की आबादी करीब 130 करोड़ है. अगर 10% आबादी भी कोरोना से संक्रमित होती है तो कम से कम 1 करोड़ 30 लाख लोग संक्रमित होंगे.
इस समय अगर डेथ रेशियो अगर 11 % रहा तो कम से कम 13 लाख लोगों की संक्रमण से मौत हो सकती है.
भारत में समुचित इलाज का है अभाव
31 मार्च 2019 तक राज्य चिकित्सा परिषदों या एमसीआई में कुल 10,22,859 एलोपैथिक डॉक्टर पंजीकृत थे.
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में डॉक्टरों की भारी कमी है और फिलहाल देश में 11,082 की आबादी पर मात्र एक डॉक्टर है. ऐसे में अगर कोरोना संक्रमण भारत में फैलता है तो स्थिति भयावह होगी.
गर्मी बढ़ने से संक्रमण में नहीं होगी कमी
सोशल मीडिया पर ऐसा के मैसेज वायरल हो रहा है जिसमे दावा किया जा रहा है कि “यह ठंडे प्रदेश का बीमारी है, भारत में तो अब गर्मी आ रहा है यह नहीं फैलेगा.”
अगर आप भी ऐसा सोचते है तो सावधान हो जाइये. पहले जानलीजिये की कोविड-19 वायरस 60 से 70 डिग्री सेंटीग्रेड तक भी जिंदा रह सकता है. मानव शरीर के बाहर यह 4 से 12 घंटो तक जिंदा रह सकता है.