रांची: झारखंड लोक सेवा आयोग ने जो सातवीं, आठवीं और नौवीं के सिविल सेवा परीक्षा का विज्ञापन जारी किया था, उसे रद्द कर दिया गया है. फिलहाल यह प्रक्रिया टाल दी है. जल्द ही सभी पेंच सुलझा कर विज्ञापन जारी किया जाएगा.
बनाई जाएगी ठोस नियमावली
सरकार फिर से कोई गलती नहीं करना चाहती. इसलिए परीक्षा के लिए एक ठोस नियमावली बनाई जाएगी. जिससे कोई पेंच न फंसे. इसकी पुष्टि मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी ने की है.
267 पदों के लिए निकाला गया था विज्ञापन
सातवीं, आठवीं और नौवीं जेपीएससी के लिए 267 पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया था. जिसमें डिप्टी कलेक्टर के 82, सहायक नगर आयुक्त के 65, झारखंड शिक्षा सेवा के 39, नियोजन पदाधिकारी के 7, डीएसपी के 40, जिला समादेष्टा के 16 और सहायक योजना पदाधिकारी के 18 पद हैं. सामान्य श्रेणी के लिए 120, एसटी के 68, एससी के 24, ओबीसी वन के 22, ओबीसी टू के लिए 11 और इडब्ल्यूएस के 22 पद हैं.
4 बार सीएस रैंक के अफसर संभाल चुके हैं जेपीएससी की कमान
चार सीएस रैंक के अफसर जेपीएससी की कमान संभाल चुके हैं. बावजूद जेपीएससी पटरी पर नहीं आ पाया. मुख्य सचिव रैंक के अफसर शिव बसंत, देवाशीष गुप्ता और के विद्यासागर अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं. वर्तमान में भी पूर्व मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी इसके अध्यक्ष हैं.
IPS, IFS और न्यायिक सेवा के अफसर भी रहे अध्यक्ष
न्यायिक सेवा के अफसर आलोकसेन गुप्ता भी अध्यक्ष बने. आईपीएस आरसी कैथल भी अध्यक्ष रहे. सेंट्रल गवर्मेट के अफसर डॉ पीसी हेंब्रम सहित तीन शिक्षाविद डॉ दिलीप प्रसाद, डॉ परवेज हसन और ए.के. चट्टोराज भी अध्यक्ष पद रहे. फिर भी आयोग विवादों से जूझता रहा.
डॉ ए.के. चट्टोराज वर्तमान में जेपीएससी के प्रभारी अध्यक्ष हैं. स्थिति यह है कि अब तक जेपीएएससी सिर्फ पांच परीक्षा ही ले पाया है.
कौन अध्यक्ष किस सेवा में रहे-
• डॉ पीसी हेंब्रम (सेंट्रल गवर्मेट के अफसर)
• डॉ दिलीप प्रसाद (शिक्षाविद्)
• आलोक सेन गुप्ता (न्यायिक सेवा)
• आरसी कैथल (आईपीएस)
• परवेज हसन (शिक्षाविद्)
• शिव बसंत (आईएएस, सीएस रैंक के अफसर)
• देवाशीष गुप्ता (आईएएस, सीएस रैंक के अफसर)
• के. विद्यासाग (आईएएस, सीएस रैंक के अफसर)
• डीके श्रीवास्तव (आईएफएस, पीसीसीएफ)
• ए.के. चट्टोराज (शिक्षाविद्)
• सुधीर त्रिपाठी( आइएएस)