रांची: झारखंड कला जगत के जाने-माने वांसुरी वादक गोपीचंद प्रमाणिक का निधन रविवार को रिम्स परिसर में हो गया. वे झारखंड में चहेते वांसुरीवादक में से एक थे. हर क्षेत्र में उनके वांसुरी के मधुर धुन सुनायी देते थे. वे सभी प्रकार के राग-रागिनी के विशेष जानकार थे.
नाटकों से था विशेष लगाव
उनके बांसुरी की मधुरता नाटकों में हमेशा चार चांद लगा दिया करता था. उन्होंने डॉ अनिल ठाकुर द्वारा निर्देशित सभी नाटकों में लगातार अपनी प्रस्तुति प्रदान की. उनके मृत्यु से पूरा रंगमंच समूह शोक व्यक्त करता है.
लॉकडाउन होने के कारण डॉ अनिल ठाकुर, डॉ कमल बोस, अशोक गोप, मनपुरन नायक व सिकन्दर ठाकुर समेत कई कलाकारों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए. यह जानकारी रंगदर्पण संस्था के पुरुषोत्तम कुमार ने दी.