भक्तों की आमद को देखते हुए उठाया गया यह कदम
कटरा: जिस स्थान पर वैष्णो देवी पिंडियों, देवी काली , देवी सरस्वती और देवी लक्ष्मी के रूप में गुफा में विराजमान हैं. वह स्थान ‘माता रानी का भवन’ कहलाता है.मां वैष्णो देवी के दरबार में प्राचीन गुफा का महत्व इसीलिए भी ज्यादा है क्योंकि कहा जाता है कि यहां भैरव का शरीर मौजूद है. इसलिए माता के दरबार में भक्तों की असीम श्रद्धा और विस्वास है. यहां माता के दर्शन को लेकर भक्तों का तातां लगा रहता है पर कोरोना का देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अन्य राज्यों से आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ाकर एक हजार प्रतिदिन कर दी है. इसके साथ ही दिव्य अटका आरती में शामिल होने की भी अनुमति दी है. मगर इसके लिए ऑनलाइन और करंट बुकिंग करवानी होगी. यह जानकारी श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने दी.
उन्होंने जारी आदेश में बताया कि अन्य राज्यों से आने वाले भक्तों की आमद को देखते हुए यह कदम उठाया गया है, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु मां के दर्शनों का लाभ उठा सकें. उन्होंने बताया अब दिव्य अटका आरती में भी श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं, जिसके लिए ऑनलाइन और करंट बुकिंग करवानी होगी.
अटका स्थल पर करीब 300 श्रद्धालु एक ही समय शामिल सकते हैं, मगर कोरोना महामारी के चलते फिलहाल 90 भक्तों को ही बैठने की इजाजत दी गई है. इस दौरान विशेष सामाजिक दूरी रखना और मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा. दूसरी ओर श्राइन बोर्ड ने वैष्णो देवी भवन के साथ ही आधार शिविर कटरा में यात्रियों के लिए डॉरमेट्री सुविधा भी गत दिनों शुरू कर दी है.
कोरोना महामारी के चलते बंद मां वैष्णो देवी की पवित्र यात्रा 16 अगस्त से शुरू हुई है, जिसके बाद भक्तों की आमद को देखते हुए उनकी संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है. विशेष तौर पर अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रखा जा रही है. उसी क्रम में मंगलवार को अन्य राज्यों के भक्तों की संख्या पांच सौ से बढ़ा कर एक हजार और जम्मू-कश्मीर के 45 सौ में से पांच सौ कम कर चार हजार कर दी है.