नई दिल्ली: वैज्ञानिकों ने आगाह किया कि ऑनलाइन गेम ‘PUBG’ बच्चों को अपराध की दुनिया से परिचित करा रहा है और उनकी सोच को नकारात्मक बना रहा है.
खबरों के मुताबिक, एक 22 वर्षीय व्यक्ति, जो ‘मल्टी-प्लेयर कॉम्बैट गेम’ का आदी हो गया था, ने पिछले महीने महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में अपने घर में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. वहीं, राजस्थान के कोटा में एक 14 साल के लड़के ने रातों रात PUBG खेलने के बाद आत्महत्या कर ली.
पिछले साल, महाराष्ट्र के भिवंडी में एक 15 वर्षीय किशोर ने मोबाइल फोन पर PUBG खेलने के लिए फटकार लगने के बाद अपने बड़े भाई की कथित रूप से हत्या कर दी थी.
अब, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व प्रमुख माधवन नायर ने शुक्रवार को कहा कि PUBG कुछ भी नहीं बल्कि नुकसान ही पहुंचाता है. इसे प्रतिबंधित करने की मांग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह बच्चों को अपराध और युद्ध की दुनिया से अवगत कराता है.
उन्होंने कहा कि यह खेल खेलने वाले खिलाड़ियों, विशेषकर बच्चों के कौशल या बौद्धिक क्षमता में वृद्धि नहीं करता है. उन्होंने कहा कि खेल जीतने तक इसे खेलते रहने की प्रवृत्ति है. यह नशे की लत और समय की बर्बादी की प्रक्रिया है. यह केवल एक आपराधिक मानसिकता विकसित करता है.