प्रयागराज में एक नर्सरी के तीन वर्षीय छात्र के साथ हुई हैवानियत की घटना ने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया है। जानकारी के अनुसार, बच्चे की स्कूल में किसी घटना के बाद तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर कई चर्चाएं हो रही हैं, जिससे घटना की परिस्थितियों पर सवाल उठ रहे हैं। पीड़ित परिवार सदमे में है, और बच्चे की मां का बुरा हाल है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बच्चे के साथ मारपीट की भी आशंका जताई जा रही है, जिससे स्कूल प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। अभिभावकों और स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है, और वे न्याय की मांग कर रहे हैं। यह घटना स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर कठोर कदम उठाने की आवश्यकता की ओर इशारा करती है.
इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या स्कूलों में बच्चों के साथ हिंसा अब भी बर्दाश्त की जा सकती है? क्या महज अनुशासन के नाम पर एक मासूम की जान लेना जायज है? यह मामला सिर्फ एक परिवार का दुख नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी सुरक्षा के लिए सख्त क ‘ब वक्त है कि बच्चों की जाएं।