जमशेदपुर :- पूरे देश में जहां लॉकडाउन है वहीं पूर्वी सिंहभूम जिले में लॉकडाउन के बीच घोटाले का दौर शुरू हो गया है. गर्भवती महिलाओं के लिए सरकार द्वारा दिए जा रहे पौष्टिक आहार भी अब घोटाले की भेंट चढ़ रहा है.
आपको बता दें कि बागबेड़ा थाना अंतर्गत कीताडीह के ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी सेविका पर गर्भवती महिलाओं के आहार का घोटाला करने का आरोप लगाया है. शनिवार को पंचायत समिति सदस्यों के एक प्रतिनिधि मंडल ने उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर उपायुक्त को इस संबंध में जानकारी दी.
इस दौरान जानकारी देते हुए बबिता करवा ने बताया कि सरकार द्वारा दिए जा रहे पौष्टिक आहार और होर्लिक्स गर्भवती महिलाओं तक नहीं पहुंच रहा है. आंगनबाड़ी सेविका सरकार की इस योजना को जरूरतमंदों तक नहीं पहुंचने दे रही है.
उधर पंचायत समिति के सदस्यों ने इस मामले को लेकर सीडीपीओ से मुलाकात कर पूरे मामले की जांच कर आंगनबाड़ी सेविकाओं पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. पूरे पूर्वी सिंहभूम जिले में आंगनबाड़ी सेविकाओं की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो गया है. एक तरफ लोग लॉकडाउन के कारण दाने-दाने को मोहताज है तो दूसरी तरफ सरकार की योजना लोगों तक नहीं पहुंच रही है. इससे लोगों में चिंता का विषय बना हुआ है. पंचायत समिति के सदस्यों ने शनिवार को उपायुक्त से मुलाकात कर जांच की मांग की.