रांची: झारखंड विधानसभा में सोमवार को 78 विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता ली. कई विधायकों ने जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा में शपथ ली. प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने बताया कि संभवतः अलग झारखंड राज्य गठन के बाद पांचवीं विधानसभा में सबसे अधिक संख्या में विधायकों ने जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा में आज शपथ ली.
उन्होंने बताया कि संस्कृत में तीन, विधायकों, उर्दू में एक, संथाली में चार, मैथिली में तीन, खोरठा में चार और बांग्ला में एक विधायक ने शपथ ली और शेष विधायकों ने हिन्दी में विधानसभा की सदस्यता ली.
भाजपा के अनंत ओझा, विरंची नारायण और राज सिन्हा ने संस्कृत में शपथ ली. झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोबिन हेम्ब्रम, नलिन सोरेन, सीता सोरेन ने संथाली भाषा में शपथ ली, जबकि झामुमो के हाजी हुसैन अंसारी ने उर्दू में, भाजपा के नारायण दास, अमित मंडल ने मैथिली में, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुदिव्य कुमार, जगन्नाथ महतो, लंबोदर महतो, मथुरा प्रसाद महतो ने खोरठा में, भाजपा के अमर कुमार बाउरी ने बांग्ला में, झामुमो के रामदास सोरेन, दीपक बिरूआ, निरल पूर्ति, सोना राम सिंकू, जोबा मांझी, सुखराम उरांव और दशरथ गगराई ने हो भाषा में शपथ ली. वहीं भाजपा के शशि भूषण मेहता और झामुमो के मिथिलेश ठाकुर ने मैथिली भाषा में शपथ ली.