इन दिनों में देश की अर्थव्यवस्था सुस्त है, जीडीपी की वृद्धि दर 5 प्रतिशत पर आ गयी है और देश के कई सेक्टर मंदी की मार झेल रहे हैं. देश का ऑटो सेक्टर भी मंदी से जूझ रहा है. हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अर्थव्यवस्था के उपचारात्मक उपायों का ऐलान करते हुए था कि ऑटो सेक्टर में मंदी की वजह कुछ अन्य वजहें भी हैं. वित्त मंत्री ने कहा था कि युवाओं द्वारा ओला-उबर का ज्यादा इस्तेमाल करना भी वाहन बिक्री घटने की एक वजह है. इस पर कांग्रेस और इंडस्ट्री के कई लोगों ने वित्त मंत्री की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि ओला और ऊबर की मार्केट में मौजूदगी से भी इस सेक्टर पर प्रभाव पड़ा है. केन्द्रीय वित्त मंत्री की इस बात का समर्थन अब मारूति सुजुकी ने भी किया है.
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारूति के चेयरमैन आरसी भार्गव एक इंटरव्यू में कहा कि वित्त मंत्री की बात 100 फीसदी सच है. आज का युवा कार खरीदने की अपेक्षा ओला-ऊबर से काम चला कर अपनी पसंद के अन्य गैजेट्स खरीद रहा है. कहा कि ओला और उबर जैसी राइड-हेलिंग कंपनियों की वजह से भारतीय युवा अब कहीं आने-जाने के लिए कार खरीदने की जरूरत नहीं समझते. भार्गव ने कहा कि भारत में महंगाई तो बढ़ी लेकिन लोगों की क्रय शक्ति नहीं बढ़ पायी है. नए करों के चलते कारों की कीमत बढ़ी है.