सिकन्दर शर्मा,
दुमका: पूजा समिति मरकुंडा के तत्वधान में आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा के पांचवें दिन कथा सुनाते हुए कथा वाचक आचार्य स्वामी नारायण दर्शन महाराज ने बताया कि वासुदेव जमुना से गोकुल मथुरा में कंस के द्वारा देवकी वासुदेव को कैद कर रखे थे. जिसे कंस को आकाशवाणी के द्वारा सदेना मिला था कि देवकी वासुदेव के आठवें संस्थान के द्वारा वध किया जाएगा और जिस दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ उस दिन सभी कंस के पहरेदार सो गए और नंद बाबा और देव की मां की बेड़िया खुल गई और बाबा कन्हैया को लेकर मथुरा से वृंदावन को चल पड़े.
भादो मास के कृष्ण पक्ष काली रात जमुना को पार कर वृंदावन में नंद बाबा के घर यशोदा के पास देकर चले गए. इस परंपरा को भगवत कथा में पांचवें दिन झांकी के माध्यम से अचार्य के द्वारा भक्तों के बीच अमृत वर्षा करते हुए रखा.
इस अवसर पर अवधेश कुमार प्रजापति, अध्यक्ष दिलीप शर्मा, सचिव सुधांशु शर्मा, दीनबंधु शर्मा, सह सचिव मुकेश शर्मा, रंजन शर्मा, दीपक शर्मा, रोहित शर्मा, उमाशंकर शर्मा, नारायण राय, जीवन शर्मा, गणेश शर्मा सहित पूजा समिति के अन्य लोग उपस्थित थे.