ज्योत्सना,
खूंटी: सभी प्रखण्डों में निर्वाचन साक्षरता क्लब (ELC) से संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. निर्वाचन साक्षरता क्लब मतदाताओं को जागरूक करने के लिए निश्चित रूप से सार्थक साबित होगा.
वहीं कार्यशाला के उद्देश्य के विषय में जानकारी देते हुए प्रशिक्षकों (मास्टर ट्रेनरों) ने बताया कि व्यवहारिक अनुभवों के जरिए लक्ष्य समूह को मतदाता पंजीकरण, चुनावी प्रक्रिया एवं इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं को भावी मतदाताओं एवं आम मतदाता को परिचित कराना है. साथ ही मतदाताओं को उनके वोट की कीमत, उनके मताधिकार के बारे में जानकारी सरल तरीके से क्लबों एवं पाठशालाओं में दिया जाना है.
कार्यशाला में बताया गया कि इस कार्य में नोडल एवं संयोजक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. प्रशिक्षण के प्रत्येक गतिविधि को बेहतर ढ़ंग से क्रियान्वित किया जाना अनिवार्य है. चुनाव पाठशाला के प्रतिभागियों की विस्तृत जानकारी दी गई.
साथ ही उन्होंने कहा संबंधित बूथों के मतदाताओं को जोड़ा जाए इसके अतिरिक्त स्थानीय जागरूक समूहों से भी मदद ली जाए. बूथों के नोडल अधिकारी के रूप में बीएलओ को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है.
निर्वाचन आयोग द्वारा भावी तथा नवीन मतदाताओं को निर्वाचन की प्रक्रिया से जोड़ने तथा देश में लोकतंत्र की सुदृढ़ीकरण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सभी स्कूल तथा कॉलेजों में निर्वाचन साक्षरता क्लब गठित करने के निर्देश दिए गए है.
मतदाता जितना अधिक मतदान के प्रति जागरूक होंगे, लोकतंत्र मजबूत होगा. मौके पर बताया गया कि आगामी चुनाव में ईवीएम मशीन के साथ वीवीपैट मशीन का उपयोग किया जाएगा. जिससे मतदाता अपने डाले गये मत को कुछ क्षण के लिए प्रिंट होता हुआ देख भी सकेगा.
ग्रामीण स्तर तक मतदाता जागरूकता लाने के लिये आयोग द्वारा विभिन्न प्रकार की पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है, जिससे मतदाता खेल-खेल में अपने मताधिकार से अवगत होंगे. इस दौरान बताया गया कि निर्वाचन साक्षरता क्लब से मतदाता जागरूक होंगे, जिसका परिणाम भविष्य में मिलेगा.
विभिन्न गतिविधियां आयेाजित कर मतदाताओं को जागरूक करेंगे, जिससे मतदान की प्रतिशत बढ़ सकें. साथ ही बताया कि जहां 50 प्रतिशत से कम मतदान उनको चिन्हित किया गया है, वहां साक्षरता क्लब के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर मतदाताओं को जागरूक किया जाना है.