नई दिल्ली: कोरोना महामारी संकट ने शिक्षा जगत के सामने जो चुनौती खड़ी की, उसे देखते हुए अब सरकार ऑनलाइन शिक्षा में एक बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को आर्थिक पैकेज के साथ इन कदमों का भी एलान किया है.
इसके तहत पीएम ई-विद्या नाम से एक नया आऑनलाइन प्लेटफार्म लांच किया जाएगा. जिसमें स्कूली शिक्षा को ऑनलाइन और डिजिटल माध्यम से जोड़ने के लिए 12 नए चैनल लांच किए जाएंगे.
जो पहली से लेकर बाहरवीं कक्षा तक के लिए एक-एक होंगे. यानी प्रत्येक क्लास के लिए एक चैनल होगा. फिलहाल जून तक इसे शुरू करने की तैयारी है.
वहीं राष्ट्रीय रैकिंग के आधार पर देश के शीर्ष के सौ विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन कोर्स शुरू करने की भी अनुमति मिलेगी. जो जुलाई से शुरू हो रहे नए शैक्षणिक सत्र से शुरू कर सकेंगे.
वित्त मंत्री ने इसके साथ ही ऑनलाइन शिक्षा को उंचाई देने के लिए जिन और नए कदमों का एलान किया है, उनमें वन नेशन-वन डिजिटल पोर्टल के तहत दीक्षा पोर्टल को और मजबूत बनाया जाएगा.
आने वाले दिनों में इनमें दो सौ और नई किताबें क्यूआर कोड के साथ उपलब्ध कराई जाएगी. मौजूदा समय में भी इस पोर्टल पर बड़ी संख्या में किताबें क्यूआर कोड़ में भी उपलब्ध है. इसके साथ ही राज्यों से जुड़ी पाठ्यसामग्री भी इस पर उपलब्ध है. जो हिंदी, अंग्रेजी सहित 15 अलग-अलग भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है.
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान यह पोर्टल काफी उपयोगी रहा है. मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक 23 मार्च से 14 मई तक 61 करोड़ बार देखा गया है. मौजूदा जरूरत को समझते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पहले ही भारत पढ़े ऑनलाइन का नारा बुलंद कर चुका है.
देश के करीब 25 करोड़ स्कूली बच्चों को ध्यान में रखते हुए टेलीविजन और अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफार्म के साथ ही रेडियो औऱ कम्यूनिटी रेडियों के जरिए भी छात्रों को पढ़ाने की तैयारी है.
इसके साथ दिव्यांगजनों के लिए भी अलग से कंटेंट तैयार किया जा रहा है. फिलहाल आनलाइन के लिए ज्यादातर कंटेंट को तैयार करने का जिम्मा एनसीईआरटी को ही सौंपा गया है. शुरु होने वाले नए 12 नए चैनेल के लिए भी एनसीईआरटी ही कंटेंट तैयार करने का काम कर रहा है.
कक्षा एक से बारहवीं तक के लिए प्रस्तावित 12 चैनलों को संचालित करने की जो योजना बनाई गई है, उसके तहत स्कूलों की तरह हर दिन सभी की करीब छह घंटे की क्लास होगी. जिसमें रिकार्डेड और लाइव दोनों तरह के प्रोग्राम शामिल होंगे.
यह सुबह में आठ बजे से दोपहर के दो बजे तक और शाम में सात बजे से एक बजे तक होगी. इस दौरान इस सभी प्रोग्राम को हर दिन तीन बार रिपीट भी किया जाएगा. इस तरह से यह चैनल सातों दिन चौबीसों घंटे चलेंगे.
प्रस्तावित योजना के मुताबिक स्कूलों बच्चों के लिए शुरु होने वाले इन 12 चैनेलों पर कक्षाओं की शुरूआत हर दिन देश भक्ति के गीतों से होगी. जबकि कक्षाओं का समापन राष्ट्रगीत या राष्ट्रगान के साथ होगा. यह ठीक में स्कूलों में रोज होने वाली प्रार्थना की तरह होगा. इसके साथ ही इन चैनलों पर योगा, स्वच्छता, संगीत, नृत्य और तनाव खत्म करने वाले जैसे कार्यक्रम भी प्रसारित किए जाएंगे.