रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह राज्य के खाद्य आपूर्ति तथा वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कृषि बिल को लेकर आज वर्चुअल माध्यम से बिहार और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के किसानों से चर्चा की.
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. उरांव ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गये तीन कृषि कानूनों पर पूरे देश में विरोध हो रहा है. हर दिन झारखंड, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलावा अलग-अलग राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है.
उन्होंने बताया कि वर्चुअल संवाद में किसानों ने पुरजोर तरीके से इस कानून का विरोध किया है. एक किसान ने तो राहुल गांधी से कहा कि अगर आज महात्मा गांधी जिंदा होते, तो वे भी नरेंद्र मोदी सरकार के इस कानून का विरोध करते. एक अन्य किसान ने कहा कि इस बिल से अंबानी, अडानी जैसे लोगों का ही लाभ होने वाला है, साधरण किसानों की मुश्किलें बढ़ जाएगी.
इस संबंध में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि एक किसान ने कहा कि पहले जिस तरह से ईस्ट इंडिया कंपनी थी और उसी रूप में अब ये कॉर्पारेट कंपनी आ जाएगी.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि देशभर में विभिन्न राज्यों के किसानों का यह साफ मानना है कि नये कृषि बिल से गरीब किसानों की मुश्किलें और भी बढ़ जाएगी, इस काले कानून से झारखंड समेत देशभर के 62 करोड़ किसानों में रोष व्याप्त है.
प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने बताया कि किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री बार-बार भले जी यह कह रहे है कि एमआरपी खत्म नहीं होगी, लेकिन आम किसानों को यह लिख रहा है कि यदि कृषि बिल में इसका लिखित प्रावधान नहीं किया गया, तो एमआरपी की बात भी देश के हर नागरिकों के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने की बात की तरह सिर्फ जुमलेबाजी ही सिद्ध होगी.