महिला अफसर के पति मध्यप्रदेश में हैं आइपीएस अधिकारी
संजू को फिर एक साल के लिए मिला एक्सटेंशन
रांची : अगर पति-पत्नी दोनों केंद्रीय तो सरकार प्रतिनियुक्ति में जाने की अनुमति देर-सवेर दे ही देती है। ऐसे आइएएस कैडर में कई उदाहरण हैं। आइपीएस पति दूसरे कैडर का हो और पत्नी झारखंड राज्य प्रशासनिक सेवा की अफसर हो तो पत्नी की दूसरे राज्य में प्रतिनियुक्ति की संभावना नहीं रहती है, लेकिन झारखंड सरकार की मंजूरी से यह असंभव भी संभव हो गया है। यूं कहें की झारखंड सरकार पति-पत्नी के अटूट रिश्ते के बीच बाधा नहीं बनी। पत्नी को दूसरे राज्य में प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति दे दी। राज्य सरकार की इस अनुमति के साथ राज्य प्रशासनिक सेवा के दूसरे अफसरों को भी
प्रतिनियुक्ति में जाने का रास्ता साफ होता नजर आ रहा है।
झारखंड और मध्यप्रदेश सरकार ने पूरी उदारता बरती
झारखंड के इतिहास में ऐसा पहला मामला सामने आया है, जिसमें राज्य प्रशासनिक सेवा की अफसर संजू कुमारी को मध्यप्रदेश में योगदान देने के लिए तीन साल की प्रतिनियुक्ति की मंजूरी दी गई। इसके बाद संजू कुमारी ने और एक साल का एक्सटेंशन मांगा। इस पर भी झारखंड सरकार ने हामी भर दी। अब संजू कुमारी 14 मार्च 2020 तक मध्यप्रदेश में प्रतिनियुक्ति पर रहेंगी। कार्मिक ने इसका आदेश भी जारी कर दिया है।
राज्य सेवा की चौथे बैच की अफसर हैं संजू
संजू कुमारी राज्य प्रशासनिक सेवा के चौथे बैच की अफसर हैं। उनके पति आशीष कुमार मध्यप्रदेश कैडर के आइपीएस अफसर हैं। आशीष कुमार ने पत्नी संजू कुमारी को अपने राज्य में प्रतिनियुक्ति पर बुलाने के लिए सबसे पहले मध्यप्रदेश सरकार से एनओसी ली। इसके बाद झारखंड सरकार ने अड़चन दूर की।
कार्मिक ने लगाया था अड़ंगा
पहली बार झारखंड सरकार को जब संजू कुमारी ने आवेदन दिया था तो कार्मिक ने अडंÞगा लगाते हुए फाइल पर लिखा कि संजू कुमारी की सेवा नई है और दूसरी महत्वपूर्ण बात यह कि दूसरे राज्य में प्रतिनियुक्ति नहीं की जा सकती। लेकिन मध्य प्रदेश सरकार ने कहा कि हमें कोई ऐतराज नहीं है, संजू देवी मध्य प्रदेश प्रशासन में सेवा दे सकती हैं। इसके बाद झारखंड सरकार ने भी उदारता दिखाते हुए मध्य प्रदेश में प्रतिनियुक्ति पर जाने की मंजूरी दे दी।
सीनियर एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं संजू कुमारी
फिलहाल संजू कुमारी मध्य प्रदेश में सीनियर एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं। मध्य प्रदेश में प्रीमियम सेवा लागू है लेकिन संजू कुमारी जबतक मध्य प्रदेश में प्रतिनियुक्ति पर रहेंगी, तबतक उन्हें प्रोन्नति नहीं मिलेगी। अपने कैडर में वापस आने के बाद ही प्रोन्नति मिलेगी।
एमपी में स्थायी रूप से सेवा देने का उपाय खोज रहीं संजू
अब संजू कुमारी मध्य प्रदेश में स्थायी रूप से सेवा देने का उपाय खोज रही हैं, हालांकि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। तीन टर्म तक उन्हें एक्सटेंशन देने का प्रावधान राज्य सरकार ने किया है। फिलहाल 14 मार्च 2020 तक ही उनकी प्रतिनियुक्ति की अवधि निर्धारित की गई है।