रांची: झारखंड विधानसभा के आठवें अध्यक्ष के रूप में नाला के विधायक रवींद्रनाथ महतो मंगलवार को सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित हुए. पक्ष-विपक्ष के सभी सदस्यों ने एक स्वर में नये अध्यक्ष को सत्र के सुचारू संचालन में सहयोग का भरोसा दिलाया और उनसे यह अपेक्षा जतायी कि वे दलगत भावना से उपर उठकर सभी सदस्यों को अपने क्षेत्र और राज्य की समस्याओं को विभिन्न माध्यमों से सदन में रखने का अवसर प्रदान करेंगे.
विधानसभा अध्यक्ष के रूप में आसन ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रवींद्रनाथ महतो को बधाई देते हुए उन्हें कुषल नेता और वक्ता बताया. हेमंत सोरेन ने बताया कि रवींद्रनाथ महतो ने 1982 में स्नातक की डिग्री हासिल करने में 1985 में उत्कल विश्वविद्यालय से बीएड किया और 1990 में झारखंड मुक्ति मोर्चा से जुड़े. 1995 में वे जैक के सदस्य बने और झारखंड आंदोलन के क्रम में जेल भी गये. उन्होंने बताया कि 2005 में रवींद्रनाथ महतो पहली बार नाला विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए और फिर 2014 और 2019 में चुने गये.
भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री सीपी सिंह सर्वसम्मति से रवींद्रनाथ महतो के स्पीकर निर्वाचित होने पर खुषी जताते हुए कहा कि संसदीय इतिहास के लिए यह सुखद अनुभूति है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि विधानसभा अध्यक्ष पद-विपक्ष के सभी सदस्यों को साथ लेकर चलेंगे.
कांग्रेस विधायक दल के नेता और मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक पद है और रवींद्रनाथ महतो को जो जिम्मेवारी मिली है, उस दायित्व का निर्वाहन वे बखूबी करने में सफल होंगे. झारखंड विकास मोर्चा विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के पद पर रवींद्रनाथ महतो के आसन होने से पद की गरिमा में बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि निष्पक्ष भाव से सदन की कार्यवाही चलेगी और वे एक बड़ी लकीर खींच कर गरिमा को उंचाई तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे.
आजसू पार्टी के सुदेश कुमार महतो, भाकपा-माले के विनोद कुमार सिंह, राजद विधायक और मंत्री और सत्यानंद भोक्ता, राकांपा के कमलेष कुमार सिंह और निर्दलीय सरयू राय ने भी नवनिर्वाचित अध्यक्ष को बधाई दी.