रांची. झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हो गया. विपक्षी सदस्यों ने अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा करार दिया, वहीं सत्तापक्ष का कहना था कि इसमें उसी का जिक्र हुआ, जो उपलब्धियां धरातल पर उतरी. विधानसभा के पहले दिन की कार्यवाही खत्म हो जाने पर पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आगामी दिनों के लिए अपनी रणनीतियों का भी खुलासा किया.
राज्य के वित्तमंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव ने आगामी 3 मार्च को सभा में पेश होने वाले बजट पर पूछे गये एक उत्तर में कहा कि कोई भी वित्तमंत्री जब तक बजट पेश नहीं हो जाता है, तब तक बजट के बारे में कुछ भी बातने में असमर्थ होता है, लेकिन प्राथमिकताओं के बारे में इतना जरूर कहना चाहेंगे कि जीवन और जीविका सुरक्षित बनाये रखने की दिशा में सभी आवश्यक कारगर कदम उठाएगी. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में वही बातें पढ़ी है, जो धरातल पर है. जो सच है, वही उन्होंने कहा है. विपक्ष का नजरिया अलग होता है, उनका काम ही विरोध करना है. उन्होंने आदिवासियों की धार्मिक मान्यता को लेकर भी अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया.
मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के मुद्दों पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है, भ्रष्टाचार से जुड़े मामले सामने आने पर सरकार कठोर कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विधायक सीपी सिंह ने राज्यपाल के अभिभाषण पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जो केंद्र सरकार ने की है,उसे राज्य सरकार ने अपने खाते में लेने की कोशिश की है. राज्य सरकार को जनता ऐसा छलावा की नहीं करना चाहिए.
बीजेपी के ही विरंची नारायण ने कहा कि हेमंत सरकार मुख्य रूप से चार काम कर रही है, कोयला चोरी, बालू चोरी, पत्थर चोरी और ट्रांसफर-पोस्टिंग के अलावा कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि आज संथालपरगना और कोयलांचल से सारा हादवा सिमडेगा पहुंच गया है और बालू की तस्करी कर पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ और ओड़िशा में भेजा जा रहा है, इसके अलावा बांग्लादेश में तस्करी हो रही है.
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि बीजेपी के पास सिर्फ एक बाबूलाल मरांडी का मुद्दा ही है, सरकार ने जो काम किया है, जो उपलब्धियां है. वहीं राज्यपाल ने अपने अभिभषण में कही है. बीजेपी विधायक अमर बाउरी द्वारा सरना आदिवासी को हिन्दू धर्म का अंग बनाये जाने के संबंध में इरफान अंसारी ने कहा कि उनके पास जानकारी का अभाव है और वे पहले मंत्री के रूप में भी काम कर चुके है, उन्हें सारी वस्तुस्थिति को समझना चाहिए.
कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि बजट सत्र के दौरान वह अपने क्षेत्र और राज्य की समस्याओं का सभा के माध्यम से समाधान का कोशिश करेंगी.