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बच्चों को घर पर ही स्कूली वातावरण में कराई जायेगी पढ़ाई
मध्यप्रदेश: स्कूली बच्चों को घर पर ही स्कूली वातावरण मुहैया कराने के उद्देश्य से ग्वालियर जिले में भी 6 जुलाई से “हमारा घर हमारा विद्यालय” कार्यक्रम शुरू होगा.
इस कार्यक्रम के तहत बच्चे अपने घर पर ही परिवार के बुजुर्गों, माता-पिता एवं भाई-बहन के सहयोग से पढ़ाई करेंगे. राज्य शिक्षा केन्द्र ने घर पर ही विद्यालयीन वातावरण तैयार करने के लिये कार्यक्रम की संरचना तैयार की है.
जिला शिक्षा केन्द्र से प्राप्त जानकारी के मुताबिक “हमारा घर हमारा विद्यालय” कार्यक्रम की संरचना के तहत हर दिन सुबह 10 बजे से 11 बजे तक “देखना” गतिविधि होगी. जिसमें जॉयफुल लर्निंग (आनंददायक पढ़ाई) एवं डिजिलेप के वीडियो वॉट्सएप पर दिखाए जायेंगे.
इसके बाद प्रात: 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक “सुनना” गतिविधि के तहत रेडियो कार्यक्रम सुनकर बच्चे परिवार के सदस्यों से चर्चा करेंगे. इसी क्रम में दोपहर 12 बजे से एक बजे तक “लिखना” गतिविधि होगी. जिसमें वर्कबुक पर हिंदी, अंग्रेजी का एक-एक पृष्ठ लेखन कार्य कराया जायेगा.
साथ ही गणित के गिनती-पहाड़े मौखिक रूप से याद कराए जायेंगे. हर हफ्ते सोमवार से शुक्रवार अपरान्ह 4 से 5 बजे तक खेल, कला एवं स्वास्थ्य व पोषण शिक्षा की पढ़ाई कराई जायेगी.
हर शनिवार को मस्ती की पाठशाला में रेडियो बाल सभा होगी. सायंकाल 7 से 8 बजे तक कहानी सुनना एवं कहानी रचना गतिविधि कराई जायेंगी.
“हमारा घर हमारा विद्यालय” का शुभारंभ विद्यार्थी के परिवार के सदस्यगण प्रात: 10 बजे घंटी या थाली बजाकर करेंगे. दोपहर का अवकाश एक बजे होगा, जिससे बच्चे घर में ही विद्यालय का वातावरण महसूस कर सकें.
इस कार्यक्रम को बेहतर ढंग से संचालित कराने के लिये शिक्षकों की भी जवाबदेही निर्धारित की गई है. शिक्षकगण प्रतिदिन 5 विद्यार्थियों से मोबाइल फोन से चर्चा कर कार्यवाही का विवरण संधारित करेंगे.
साथ ही विद्यालय समय में हर दिन किन्हीं 5 बच्चों के घर जाकर गृह संपर्क अभियान के रूप में “हमारा घर हमारा विद्यालय” कार्यक्रम की वस्तुस्थिति देखकर अपना फीडबैक देंगे.