हजारीबाग: जिले में 125 बीआरपी-सीआरपी कार्यरत है. सभी कार्यरत बीआरपी सीआरपी शिक्षा विभाग के अलावे अन्य विभागों के कार्यो को ससमय निर्वहन करते आ रहे है.
वर्तमान समय में कई बीआरपी सीआरपी कोविड-19 के तहत विभिन्न्न क्षेत्रों में कार्य मे जुटे है. साथ ही ऑनलाइन एजुकेशन का अनुश्रवण कर रहे है.
गौरतलब हो कि जिले के सभी बीआरपी सीआरपी का चार माहों से अनुश्रवण भत्ता लंबित है. वहीं छः बीआरपी-सीआरपी का विगत तीन माहो से मानदेय लंबित है.
साथ ही जिले में विभिन्न प्रखंड के एग्यारह बीआरपी-सीआरपी का विगत जनवरी का मानदेय लंबित रखा गया है. विदित हो कि तकनीकी भुलवश अब तक मानदेय नहीं मिलने से बीआरपी सीआरपी के समक्ष आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है.
एक ओर जहां बीआरपी सीआरपी कोरोना वायरस महामारी में कोरोना वारियर्स के रूप में विभिन्न क्षेत्रों में तैनात है. वहीं विभागीय निर्देशो का अक्षरसः अनुपालन किया जा रहा है.
लंबित मानदेय के कारण लॉकडाउन में अल्प मानदेय भोगी बीआरपी सीआरपी अपने बाल बच्चों के भरण पोषण में कठिनाई हो रही है. वहीं लंबित मोबाइल रिचार्ज व अनुश्रवण भत्ता नहीं मिलने से ऑनलाइन एजुकेशन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
ज्ञात हो कि सरकार व वरीय अधिकारी के निर्देश बावजूद समय पर मानदेय का भुगतान न होने से अल्प मानदेय भोगी हताश व निराश हैं.
यदि मानदेय के स्थिति में सुधार नही होता है तो बीआरपी सीआरपी आंदोलन को बाध्य होंगे. यह जानकारी बीआरपी-सीआरपी महासंघ के जिला अध्यक्ष परविंद सिंह, सचिव ओमप्रकाश व उपाध्यक्ष अभय कुमार ने सयुंक्त रूप से दी.