जावेद अख्तर,
महगामा, गोड्डा: यह तस्वीर झारखण्ड के गोड्डा जिला के महगामा प्रखंड में हनवारा की है जहाँ न तो कोई नियम है न कानून खुले आम नियमों को ताख पर रख कर ओवर लोड पैसेंजर वाहन सड़क पर दौड़ रही हैं, न तो लोगो को खुद कीजै की परवाह हे नहीं प्रशासन को किसी की जान कीपरवाह है.
नए मोटर वाहन संशोधन विधेयक को झारखण्ड में लागू करने के लिए भले ही तीन महीने पीछे धकेल दिया गया हो परंतु नियम में चलने पर कोई भी तैयार नहीं दिख रहा हैं, ना ही प्रशासन इस पर बड़ी कार्रवाई कर रही है. वाहन चालक हो या वहां मालिक किसी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा.
हालांकि इस मामले में दोष पैसेंजर का भी होता है जो बिना जान की परवाह किए छत पर बैठकर आवागमन करने को राजी हो जाते हैं परंतु ऐसा नहीं है कि छत पर बैठने वाले पैसेंजर से रुपए के रूप में भड़ा कम लिया जाता है. पैसा उतना ही लिया जाता है जितना अंदर सीट पर बैठे पैसेंजर से लिया जाता है ऐसे में लोगों को छत पर बैठकर जान जोखिम में डालकर सवारी करने से बचने की जरूरत है. यहाँ यातायात नियम का पालन होता नहीं दिख रहा है वर्षों से यही हालत बने हुए है.
मालूम हो कि यातायात नियमों की अनदेखी से लगातार सड़क दुर्घटनाएं भी हो रही है.और दुर्घटना में दर्दनाक मौत भी होती है उसके बाद भी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आता.
बुद्धिजीवी वर्ग के लोग कहते हैं की प्रशासन को उक्त समस्या से अवगत कराते हुए कार्रवाई करनी चाहिए.