इंस्तांबुल: कई बार जीवन देने वाले सामान भी मौत का कारण बन जाते हैं. ऐसा ही कुछ तुर्की् में देखने को मिला. तुर्की में शनिवार को एक अस्पताल में आग लगने से 9 लोगों की मौत हो गई थी. यह पता चला कि ये मौतें अस्पताल में ऑक्सीजन वेंटिलेटर फटने से हुई. गवर्नर ऑफिस ने बताया कि यह आग गजियांटेप के निजी सैंकू विश्वविद्यालय अस्पताल के आईसीयू में ऑक्सीजन वेंटिलेटर फटने के कारण लगी. यूनिट में तड़के चार बजकर 45 मिनट पर ऑक्सीजन उपकरण में विस्फोट हुआ. इस यूनिट में कोविड-19 (Covid-19) से संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा था.
सभी मृतकों की उम्र 56-85 वर्ष के बीच
अस्पताल द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार मरने वालों की उम्र 56-85 वर्ष के बीच हैं. गाज़ियांटेप के गवर्नर ऑफिस ने बताया कि इस वार्ड में इलाज कर रहे कई अन्य मरीजों को पास के अस्पतालों में इलाज के लिए स्थानांतरित किया गया. आग लगने के बाद मरीजों को जब दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा था तब एक और मरीज की मौत हो गई.
लोगों ने घायलों के जख्म भरने की दुआ की
गवर्नर ऑफिस की तरफ से पीड़ितों के प्रति प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि अस्पताल में आवश्यक उपाय किए गए हैं. तुर्की के राष्ट्रपति रजब ताइप के प्रवक्ता इब्राहिम कालिन ने ट्वीट कर पीड़ितों के जख्मों के जल्द भरने की दुआ की और साथ ही गाजियांटेप के भी इस हादसे से जल्द उबरने की प्रार्थना की.
पिछले महीने रोमानिया में 10 लोगों की हुई थी मौत
पिछले महीने रोमानिया के एक अस्पताल में भी आग लगने से कोविद-19 का इलाज कर रहे 10 मरीजों की मौत हो गई थी. रिपोर्टों के अनुसार एक चिकित्सा उपकरण ने आग पकड़ ली थी जिसके चलते पास के ऑक्सीजन सिलेंडर में भी आग लग गई और आग भड़क गई.
अक्टूबर में रूस में भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था. रूस के चेल्याबिंस्क क्षेत्र में कोरोनावायरस का इलाज कर रहे एक अस्पताल में ऑक्सीजन बूथ” में विस्फोट होने पर आग लग गई थी. इस घटना की पुष्टि रूस की इमरजेंसी मंत्रालय ने की