नई दिल्लीः पाकिस्तान एक बार अतंराष्ट्रीय स्तर पर आंतकवाद को लेकर घेरे में आ सकता है, प्रधानमंत्री इमरान खान मुश्किल में आ गए हैं जिसका कारण है, फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (fatf) की महत्वपूर्ण बैठक है. एफएटीएफ की होने वाली वर्चुअल बैठक में पाकिस्ताबन समेत कई देशों को ग्रे लिस्टे से बाहर करने या उन्हें ब्लैजक लिस्ट् में शामिल करने पर फैसला हो सकता है. ऐसे में कहा जा रहा है कि क्याक चीन और तुर्की इस बार भी उसे बचाने में कामयाब हो पाएंगे.
दरअसल खास बात यह है कि एफएटीएफ की की ये बैठक ऐसे समय हो रही है, जब पूरा विपक्ष इमरान सरकार के खिलाफ है. और पाकिस्तािन पूरी तरह से आर्थिक रूप से तंगी से गुजर रहा है, ऐसे में एफएटीएफ की पाकिस्ताीन के खिलाफ कोई एक्शऐन इमरान सरकार को और मुश्किल में डाल सकता है. इस बैठक में एक बड़ा सवाल यह भी होगा कि पाकिस्ताथन ने अब तक जेयूडी-जैश के खिलाफ कार्रवाई क्योंस नहीं की. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की बैठक सोमवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस में शुरू होगी.
बताया जा रहा है कि इस बैठक में डेनियल पर्ल के हत्यारों की रिहाई का एक नया मुद्दा भी जुड़ सकता है. पर्ल के हत्याशरों को बरी करने पर पाकिस्ताकन की अंतरराष्ट्रीयय जगत में निंदा हुई थी. हत्या रों को जिस तरह से पाकिस्ता्न की अदालत ने राहत दी है, इसके चलते उसकी मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं. अमेरिका समेत तमाम यूरोपीय देशों ने पर्ल के हत्या मामले में इमरान सरकार को सख्ता चेतावनी दी थी.
वहीं पर्ल के अलावा एफएटीएफ के पास इस बात की पुख्तान जानकारी है कि पाकिस्ता न सरकार ने अब तक खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्म द और जेयूडी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. उक्ते दोनों आतंकवादी संगठन पाकिस्ताअन की जमीन पर बेखौफ होकर काम कर रहे हैं, इसे लेकर पिछले दिनों अमेरिका ने भी पाकिस्तासन को सचेत किया था कि उसको अपने देश में आतंकी संगठनों को पनाह देने से रोकना होगा.
बता दें कि हाल ही में पुलवामा आतंकी हमले का मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के खिलाफ पाकिस्तान की आतंक रोधी अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. गुजरांवाला आतंकरोधी अदालत (एटीसी) ने जेईएम के कुछ सदस्यों के खिलाफ पंजाब पुलिस के आतंक रोधी विभाग (सीटीडी) द्वारा शुरू आतंक के वित्तपोषण मामले की सुनवाई के दौरान वारंट जारी किया.एक अधिकारी ने बताया कि एटीसी गुजरांवाला न्यायाधीश नताशा नसीम सुप्रा ने आतंकवाद के वित्तपोषण के आरोपों पर प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रमुख मसूद अजहर के लिए गुरुवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. साथ ही सीटीडी को उसे गिरफ्तार कर अदालत मं पेश करने का निर्देश दिया है. सीटीडी ने न्यायाधीश को बताया कि जेईएम प्रमुख आतंक के वित्तपोषण में संलिप्त था और वह जेहादी साहित्य बेचता है.