पलामू: नक्सल प्रभावित इलाकों के विकास के ये सरकार नें कई योजनाएं चला रखी है, जिसका उद्देश्य है ग्रामीण इलाकों की दशा और दिशा सुधारना, जन-जन तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पंहुचाना लेकिन जब वे कल्याणकारी योजनाएं ही बिचौलिए और अधिकारियों की मदद से लूट की भेंट चढ़ जाए तो हो जाता है सरकारी पैसों का बंदरबांट. जी हां नौडीहा प्रखंड में कुछ ऐसी ही कारगुजारी हुई है, जब आवास निर्माण के नाम पर 31 लाख रुपये से भी ज्यादा फर्जी निकासी का मामला सामने आया.
मामला सामने आने के बाद पलामू डीसी ने टीम बना कर साफ संकेत दे दिया है कि नौडीहा प्रखंड के सभी योजनाओं की जांच एक विशेष टीम करेगी. डीसी कार्यालय के द्वारा जो पत्र जारी किया गया है इसमें साफ है कि प्रखंड में अभियान चलाकर प्रधानमंत्री आवास निर्माण की जांच होगी. जांच टीम नें नावाटाड-करकटा पंचायत में आवास निर्माण में गड़बड़ी को सही पाया है. नक्सल प्रभावित जिले पलामू का सुदूरवर्ती प्रखंड है. नौडीहा बाजार जो कि बिहार झारखंड के बॉर्डर पर स्थित है यहां के कई इलाके आज भी बुनियादी सुविधाओं के अभाव का दंश झेल रहे हैं. जांच टीम ने पाया है कि नावाटाड़ पंचायत के सभी प्रधानमंत्री आवास योजना करकटा पंचायत में फर्जी तरीके से ट्रांसफर कर राशि की निकासी कर ली गयी है.
मामला सामने आने के बाद राज्य स्तरीय जांच टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट में इसे सही पाया था. आपको बताते चलें कि नावाटाड़ पंचायत के पूर्व मुखिया अमरेश श्रीवास्तव ने प्रधान सचिव (ग्रामीण विकास विभाग) को आवेदन देकर आवास में गड़बड़ी के मामले में जांच की मांग की थी. इसके बाद विभाग के द्वारा राज्य स्तरीय तीन सदस्यीय टीम आवास जांच के लिए 25 सितंबर को नौडीहा बाजार प्रखंड पहुंची थी. राज्यस्तरीय टीम ने नौडीहा बाजार प्रखंड के नावटाड और करकटा पंचायत में दो दिन प्रधानमंत्री आवास से सम्बंधित सभी बिन्दुओं को बारीकी से जांच किया था. जांच के बाद आरोप सही पाया गया है. नावाटाड पंचायत के नौडीहा ग्राम के लाभुक का नाम एसईसीसी डेटा मे करकटा पंचायत के नवाडीहा ग्राम में परिलक्षित हो गया था. इस तकनीकी त्रुटि को सुधार न कर इस तकनीकी त्रुटि का फायदा उठाते हुए नावाटाड पंचायत के सही लाभुकों के आईडी को गलत उपयोग कर निबंधन किया गया तथा सही लाभुकों के स्थान पर पंचायत करकटा के फर्जी लाभुकों का आधार कार्ड, बैंक खाता लगाकर प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना की राशि फर्जी लाभुकों के खाते में हस्तांतरण कर लिया गया. प्राप्त लाभुकों की सूची के अनुसार फर्जी लाभुकों के खाते में लगभग 30.70 लाख हस्तांतरण किया गया है. इस घोटाले को देखते हुए डीसी पलामू के द्वारा पुरे नौडीहा बाजार प्रखंड में अभियान चलाकर सभी इस प्रकार की मामले की जांच होगी. उक्त जांच हेतु जिला से 5 सदस्यीय टीम गठित की गई है. लोग बताते हैं कि इस गबन में प्रखंड के कई अधिकारी, कर्मचारी सहित इलाके के बिचौलिए लिप्त हैं, सूत्र यह भी बताते हैं कि गहनता से जांच होने के बाद फर्जी तरीके से करोड़ो रूपये के गबन करने के मामले सामने सकते हैं.