धनबाद : इन दिनों एक वीडियो वायरल हुआ हैं इस वीडियो में पंचायत सेवक प्रधानमंत्री आवास योजना को पास कराने के एवज में रिश्वत लिया जा रहा हैं. इस वीडियो को देखते हुए जिला प्रशासन एक टीम गठित किया हैं, और जांच की जा रही हैं और त्वरित कार्रवाई की जायेगी.
पंचायत सेवक रामपोदो दास प्रधानमंत्री आवास योजना पास करने के एवज में पंचायत के हर लाभुकों से 20 हजार रुपये की डिमांड करते हैं. पंचायत सेवक अपने घर में सीएसपी कार्यालय बनाकर सभी पंचायत के लाभुकों की बैंक पासबुक, खाता अपने पास रख लिया हैं. पंचायत सेवक कहते हैं की बीडीओ, सीओ और जिला मुख्यालय को पैसा देना पड़ता हैं. हमलोग चाहते हैं की पंचायत सेवक के ऊपर कड़ी कार्रवाई किया जाय.
प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभुकों से घूस लेने का एक वीडियो वायरल हो रहा है. यह वीडियो झारखण्ड के धनबाद का है. इसमें स्थानीय पंचायत सेवक, गरीब ग्रामीणों से आवास योजना का लाभ दिलाने के एवज में 5 हजार रुपये घूस लेते दिखाई दे रहा है. इस 2 मिनट 36 सेकेंड के वीडियो में पूर्वी टुंडी प्रखण्ड के पंजरा बेजरा का पंचायत सेवक रामपोदो दास अपने कार्यालय में बैठा नजर आ रहा है. वहीं एक ग्रामीण जिसे आवास योजना का लाभ मिला है, उससे वह 6 हजार रूपये की मांग करता है. घूस की इतनी भारी रकम को सुन गरीब ग्रामीण थोड़ा मायूस हो जाते है, इसके बाद घूसखोर पंचायत सेवक उसे समझाते हुए कहता है कि मैं गरीब का भला करता हूं, गरीबों को आगे बढ़ाना चाहता हूं, मैं नियम के विरुद्ध कोई काम नहीं कर रहा, बाकी लोग तो इस काम के एवज में 10 हजार रुपये लेते है लेकिन मैं 5 से 6 हजार रुपये ही लेता हूं. रामपोदो दास कहता है कि तुम्हारा सारा काम ओके कर दिया है, तुम्हें 1 लाख 20 हजार रुपये पास हुए है… ये भी तो समझों.
इसी बीच पंचायत सेवक गरीब ग्रामीणों से पैसे देने की बात कहता है. बेचारे ग्रामीण दुखी मन से 5 हजार रुपया उस पंचायत सेवक के हाथों में न चाहते हुए भी देते है. जिसे घूसखोर पंचायत सेवक बिना किसी हिचकिचाहट के अपने जेब में डाल लेता है.
लेकिन इसी बीच वहां मौजूद एक शख्स पंचायत सेवक के इस करतूत का पूरा वीडियो अपने मोबाइल फोन से शूट कर लेता है, और उस वीडियो को वायरल कर देता है. जिसके बाद आज दर्जनों ग्रामीण जो पंचायत सेवक के घूसखोरी से पीड़ित थे, वो सभी पंचायत सेवक का पर्दाफाश करने के लिए धनबाद मुख्यालय जिला के उपायुक्त अमित कुमार से मिलने पहुंचे, लेकिन उपायुक्त से किसी कारणवश नहीं मिल पाने की वजह से तमाम पीड़ित ग्रामीण उस घूसखोर पंचायत सेवक के खिलाफ उपायुक्त कार्यालय में एक शिकायत पत्र जमा कर वापस अपने गांव लौट गये, इस उम्मीद के साथ की उनके साथ अब न्याय जरूर होगा.
इस पंचायत में कई दर्जन गरीब ग्रामीण पंचायत सेवक का शिकार बन चुके है. लेकिन पंचायत सेवक के रौब और स्थानीय पुलिस थाने में पैठ की वजह से कोई भी उसके खिलाफ अपना सिर उठाने की जुर्रत नहीं करता था, लेकिन इस वीडियो ने उन लाचार गरीब ग्रामीणों के अंदर न्याय की एक उम्मीद जगा दी है. जिसके बल पर ग्रामीणों ने घूसखोर पंचायत सेवक के खिलाफ उठ खड़े हुए है.