धनबाद: झारखंड के धनबाद जिले में झरिया के भूमिगत आग से प्रभावित इलाकों में एक बार फिर भू-धंसान के कारण घरों में दरार पड़ जाने तथा गैस रिसाव से लोगों में भय और दहशत का माहौल है.
बारिश के कारण भूमिगत भू-धंसान क्षेत्र घनुडीह, मल्लाह बस्ती, बालू गद्दा और कुकूरपोता इलाके में लोग मजबूरी में अपने पूरे परिवार के साथ दरार और गैस रिसाव वाले घरों मेंरहने को मजबूर है.
इलाके में रहने वाली महिला रेशमा देवी ने बताया कि बारिश होते ही पूरे इलाके में गैस का धुंआ तेजी से बढ़ने लगता है , उन्होंने बताया कि गैस रिसाव के बावजूद कई लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों को साथ में लेकर रहने को मजबूर है.
यहां तक की घर के अंदर भी जहरीली गैस का रिसाव होते रहता हैं और कई लोग गंभीर बीमारियों की भी चपेट में आ रहे है. लोगों का कहना है कि बीसीसीसीएल प्रबंधन का साफ तौर पर कहना है कि सर्वे के आधार पर पुनर्वास किया जायेगा, अब वैसे मे एक परिवार के दस से बारह लोगों का सर्वे में एक नाम आता है, परिवार के बाकी सदस्य आग के इसी धुएं में रहने को लेकर विवश है.
बताया गया है कि जब भी इलाके में कहीं भी गोफ या दरार बनती है, तो आसपास के बस्ती में रहने वाले कुछ लोगों को बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा वहां से हटाकर जबरन पुनर्वासित एरिया बेलगढ़ियां भेज दिया जाता है.
स्थानीय लोगों की मांग है कि बीसीसीएल उनसभी लोगां को एक साथ पुनर्वासित किया जाए, तभी वे इलाके से जायेगे .