अहमदाबाद. गुजरात के अहमदाबाद शहर के सोला सिविल हॉस्पिटल में भगदड़ के कारण एक मरीज की मौत हो गई. आईसीयू वार्ड में रविवार 29 दिसम्बर को बैक्टीरिया को मारने के लिए फ्यूमीगेशन के दौरान यह घटना हुई. सांस लेने में तकलीफ एवं आंखों में जलन के कारण भगदड़ मच गई थी. डॉक्टर और मरीजों के परिजन मरीजों को छोड़कर इस अफरा-तफरी में अस्पताल से बाहर निकल गए.
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल कर्मियों की मदद से चार मरीजों को वार्ड से बाहर निकालकर उनकी जान बचाई. हालांकि घबराहट के इस माहौल में इतने बड़े हादसे के बाद भी किसी ने किसी ने फायर ब्रिगेड को घटना की जानकारी नहीं दी. पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही हैं.
जानकारी के अनुसार, सोला सिविल अस्पताल में के आईसीयू वार्ड में 29 दिसंबर की देर शाम यह घटना हुई. यहां मरीजों में संक्रामक रोग फैलने से रोकने के लिए फ्यूमीगेशन किया जा रहा था. मशीन से हो रही इस प्रक्रिया के दौरान गैस की तीव्रता अत्यधिक होने के कारण सांस लेने में तकलीफ एवं आंखों में जलन होने लगी. इससे डॉक्टर एवं मरीजों के परिजनों में अफरा-तफरी मच गई. इस माहौल में वे अस्पताल से बाहर भाग खड़े हुए. इस हालात के मद्देनजर अस्पताल से पुलिस कंट्रोल रूम को फोन होते ही चार वाहनों में 30 पुलिसकर्मी घटना स्थल पर पहुंच गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने चार मरीजों को बाहर निकाला जिसमें परसोत्तम भाई गांडालाल नामक मरीज की मौत हो गई. उसे डायरिया होने से आईसीयू में भर्ती किया गया था.
बताया जा रहा है कि संक्रामक रोग को नियंत्रित करने के लिए प्रति रविवार को फ्यूमीगेशन कर वार्ड को बैक्टीरिया से मुक्त किया जाता हैं. फ्यूमीगेशन के लिए मशीन 15 एमएल की मात्रा में जंतुनाशक का उपयोग किया जाता हैं. इसकी मात्रा बढ़ जाने से आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने लगी. सोला सिविल हॉस्पिटल के अधीक्षक आरएम जीतिया ने बताया कि मामले की जांच करवाई जाएगी.