पंकज सिन्हा,
लातेहार: लातेहार जिला में पतंजलि योग समिति भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के द्वारा पतंजलि योगपीठ का स्थापना दिवस आज जिला कार्यलय में हवन, प्रवचन और बेदीकमंत्र गायत्री मंत्र के उचारन से उद्बोधन से शुरू हुआ. स्थापना दिवस में लातेहार जिले के विभिन्न प्रखंडों से लोग योग शिक्षक में भाग लिए.
पतंजलि योग प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि 5 जून 1996 को पतंजलि योगपीठ का स्थापना हरिद्वार में रामदेव बाबा आचार्य बालकृष्ण के द्वारा किया गया था.
आज 25वां वर्ष रजत जयंती पतंजलि के लोग मनाएं. जिसका मूल उद्देश था भारत देश में स्वदेशी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जागरण कर देश को मजबूत करना.
देश में विदेशी कंपनी जूठा प्रचार करके मानव हानिकारक व्यंजन बेचते थे. पतंजलि के द्वारा शुरुआत में च्यवनप्राश, कुछ दवाइयां खाद सामग्री से प्रारंभ हुआ था.
आज विश्व का सबसे बड़ा भारत का स्वदेशी ट्रस्ट है. इनकी बनाई हुई समान देश-विदेश में मांग बहुत जोर से हैं.
योग प्रचारक धनश्याम ने बताया कि रामदेव बाबा का उपदेश को हम लातेहार जिले के प्रत्येक गांव में घूम घूम कर प्रचार कर रहे हैं. भारत के वैदिक रीति, वेदिक आयुर्वेदिक संस्कृति, दिनचर्या का हम प्रचार कर रहे हैं. इसमें शामिल होकर लोग स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.
गौ सेवक अजय कुमार ने बताया कि भारत देश के लिए गौ जीता जागता फैक्ट्री है. जिसके माध्यम से मानव आर्थिक उन्नति और स्वास्थ रह सकते हैं.
स्थापना दिवस में हवन का कार्यक्रम दीपक वैद्य के द्वारा संपन्न हुआ. स्थापना दिवस में सम्मिलित हुए झूलन प्रसाद, अजय प्रसाद, सुदर्शन गुप्ता, कृष्णा गुप्ता, तुलसी, ऋषि सिंह, संतोष कुमार, मनीष कुमार, सोनी, कृष्णा मिश्रा, संतोष प्रसाद, सरवन उरांव, नरेश प्रसाद, वीरेंद्र प्रसाद, द्वारिका प्रसाद सहित कई लोग सम्मिलित हुए.