जमशेदपुर: पत्नी की हत्या मामले में सरायकेला जेल में बंद विचाराधीन कैदी मोहम्मद उस्मान का बुधवार को एमजीएम अस्पताल में मौत हो गया. वहीं परिजनों ने जेल प्रशासन पर बीमारी छुपाने का और ईलाज नहीं कराने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है.
बताया जाता है कि 26 वर्षीय मोहम्मद उस्मान की 2 साल पूर्व कपाली की एक महिला के साथ निकाह हुआ था, एक शादी समारोह में शिरकत करने के बाद महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. महिला के परिवार वालों ने मोहम्मद उस्मान और उसके माता- पिता पर प्रताड़ित कर दहेज मांगने का आरोप लगाया था. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मोहम्मद उस्मान और उसके पिता को जेल भेज दिया था. हाल में ही उस्मान के पिता जेल से छूटे हैं.
इधर, मंगलवार देर रात मौत की सूचना मिलने पर सुबह कैदी की परिवार के लोग एमजीएम अस्पताल पहुंचे जहां उसे मृत पाया. आपको बता दें उस्मान का परिवार ओडिशा के बहालदा में रहता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि अक्सर उस्मान की पत्नी ससुराल नहीं जाने को लेकर अपने पति के साथ लड़ाई- झगड़ा करती थी. उस्मान पुणे में नौकरी करता था और एक शादी समारोह में शिरकत करने कपाली आया हुआ था.
उधर, मौत की सूचना मिलने के बाद पड़ोसियों ने बताया कि जेल प्रशासन की ओर से बीमारी की कोई सूचना नहीं दी गई थी. मंगलवार को मोहम्मद उस्मान ठीक था. अचानक मंगलवार शाम को बीमार पड़ जाने से जेल प्रशासन ने पहले सरायकेला सदर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों की टीम ने एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया. जहां इंडियन में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. परिवार के लोगों ने इस मामले में मौत का कारण जानने तथा दोषियों पर उचित कार्रवाई की मांग की.