जगदम्बा शुक्ल,
प्रयागराज: बुधवार का दिन वह ऐतिहासिक दिन है जिस दिन सैकड़ों वर्ष से बेघर रहे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के मंदिर का देश के प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास करके मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया गया.
आस्था के प्रतीक प्रभु राम के मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने पर लोगों में खुशी व उत्साह का माहौल रहा. वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए शिलान्यास का आंखों देखा हाल देखने के लिए अयोध्या जाने वालों की भावनाएं मन मे ही रह गयी लेकिन करमा सहित आस पास के गांवों में सुबह से ही लोग समूह में टेलीविजन के सामने बैठकर अयोध्या में होने वाली हर एक गतिविधियों को देखते रहे.
दोपहर में जैसे ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूजा अर्चना के बाद मंदिर निर्माण की नींव रखी वैसे ही लोग जय श्री राम का उद्घोष करने लगे. इस पावन अवसर पर करमा में केशव पाण्डेय, सुभाष केशरी, नवीन जायसवाल, पीयूष द्विवेदी, अरविंद शुक्ल आदि भाजपाइयों ने मिठाई खिलाकर लोगों का मुंह मीठा कराया.
हथिगन में प्रधान दीपक द्विवेदी ने मंदिर में पूजा अर्चना किया तथा लोगों में मिष्ठान वितरित किया. लोगों ने बताया कि कुछ विदेशी आक्रांताओं द्वारा प्रभु श्रीराम के निवास पर कब्जा जमा लिया गया था. आजादी मिलने के बाद भी रघुकुलतिलक राजनीति का शिकार होते रहे.
सब के पालनहार के जन्म स्थल को विवादित मानकर न्यायालय तक पहुंचाया गया लेकिन सत्य की विजय हुई. मंदिर निर्माण का शुभारंभ उन रामभक्तों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए आवाज उठाते हुए अपने प्राण गंवा दिए थे.