सतीश बहादुर,
रामगढ़: जिला एकता कमेटी के नेतृत्व में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शनिवार को अनुमंडल कार्यालय के समीप नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया. धरना स्थल पर अनुमंडल दंडाधिकारी अनंत कुमार के द्वारा 500 से 600 लोगों के एकत्र होने की अनुमति का उल्लंघन करते हुए हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने प्रदर्शन किया.
जिला सहित सीमावर्ती जिलों से भी अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सुबह से ही विभिन्न वाहनों से धरना स्थल पर पहुंचने लगे थे. एसडीओ अनंत कुमार के द्वारा सुबह 11:00 बजे से 1:00 बजे तक शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन की अनुमति दी गई थी. धरना स्थल पर विभिन्न वक्ताओं ने नागरिकता संशोधन बिल पर अपने विचार रखे और संसद में पारित इस बिल को गलत बताते हुए रद्द करने की मांग की.
अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं ने बड़ी संख्या में इस प्रदर्शन में शामिल हुए. बड़ी संख्या में पहुंचे युवाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह मुर्दाबाद के नारे लगाए. अति उत्साहित युवाओं ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का विरोध करने के लिए असंसदीय और अमर्यादित, गाली युक्त नारों का भी जमकर प्रयोग किया.
युवाओं की भीड़ “हर हाल में लेंगे आजादी” और लड़ के लेंगे आजादी आदि नारे लगाते दिखे. धरना स्थल पर किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन के द्वारा बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई. एसडीओ अनंत कुमार, एसडीपीओ अनुज उरांव, प्रकाश चंद्र महतो, डीएसपी मुख्यालय प्रकाश सोय, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार, यातायात प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश कुमार दल बल के साथ धरना स्थल पर मौजूद रहे. धरना स्थल पर पुलिस के द्वारा ड्रोन कैमरा का भी सहारा लिया गया और पल-पल की रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी गई. धरना प्रशासन द्वारा दिए गए निर्धारित समय पर खत्म कर दिया गया. धरना खत्म होने के बाद बड़ी संख्या में भीड़ के सड़क पर आ जाने से अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई.
प्रखंड कार्यालय से सुभाष चौक तक सड़क पर आवागमन पूरी तरह से बाधित रहा. शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन खत्म होने के बाद प्रशासन ने चैन की सांस ली. भीड़ में पहुंचे ज्यादातर लोगों को नागरिकता संशोधन बिल के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. भीड़ में शामिल लोगों ने बताया उन्हें प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का विरोध करना है इसीलिए यहां आए हैं.