गोड्डा(पथरगामा): जलापूर्ति ठप हो जाने से लोग पानी के लिए तरस गए. वैसे भी पथरगामा में पेयजल की भारी किल्लत है. लोग पीने का पानी बाबाजी पहाड़ से खरीद कर मंगाते हैं. बाबाजी पहाड़ स्थित चापाकल से पानी मंगाने का खर्चा ₹10 प्रति डब्बा पड़ता है. जार वाले पानी का मूल्य ₹20 पड़ता है. ऐसे में राजीव गांधी ग्रामीण पाइपलाइन जलापूर्ति योजना से आपूर्ति किया जाने वाला पानी ही लोगों के लिए लाइफ लाइन बन चुका है.
जलापूर्ति वाला पानी को फिल्टर करने की व्यवस्था अभी दुरुस्त नहीं हुई है. इसलिए जलापूर्ति वाला पानी पीने लायक नहीं होता है.
मालूम हो कि पथरगामा में किया जाने वाला जलापूर्ति का पानी सुंदर नदी से आता है. जो मृदु जल है. इसलिए पेयजल की किल्लत से जूझ रहे पथरगामा के लोग इसी पानी को निथार कर या छानकर अथवा उबालकर पीने से लेकर घर का सारा कार्य करने अथवा स्नान-ध्यान करने में या फिर कपड़ा धोने में इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में यह स्पष्ट हो जाता है कि जलापूर्ति ठप हो जाने से लोगों को कितनी परेशानी होती होगी.
जलापूर्ति के रखरखाव के जिम्मेदार पंचायत के मुखिया को जलापूर्ति ठप होने के बारे में कोई जानकारी ही नहीं रहती. पानी टंकी से पानी सप्लाई कर्मी से पूछने पर पता लगा कि सुंदर नदी स्थित पंप हाउस में बिजली नहीं रहने के कारण जलापूर्ति नहीं हो पाया है.
घटना की सत्यता परखने के लिए पंप हाउस पहुंचने पर पता चला कि पंप हाउस के आसपास दाढ़ी घाट इत्यादि गांव में लगा बिजली तार को बदल कर नया तार लगाने के कारण बिजली को काटा गया है.
बिजली मिस्त्री ने बताया कि आज शाम 7:00 बजे बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी. मुखिया हो या फिर पेयजल आपूर्ति विभाग के स्थानीय कर्मी यह स्पष्ट करने में कतरा रहे हैं. बुधवार से जलापूर्ति चालू होगी या नहीं. इस पर संशय अभी तक बरकरार है.