नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के अलग-अलग कोर्सेज के अंतिम वर्ष के आठ छात्रों की तरफ से हाल ही में विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित होने जा रही ऑनलाइन परीक्षाओ के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है.
याचिका में विश्वविद्यालय के ऑनलाइन परीक्षा कराने के फैसले को चुनौती दी गई है. छात्रों ने ऑनलाइन परीक्षा रद्द करने की कोर्ट से गुहार लगाई है.
इस याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट शुक्रवार को सुनवाई कर सकता है. दरअसल हंसराज कॉलेज के एमए अंतिम वर्ष के छात्र अनुपम सहित आठ छात्रों ने अपनी याचिका में कहा है कि पूरे लॉकडाउन के चलते छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई है. छात्रों का कहना है कि पढ़ाई के बुरी तरह से प्रभावित होने के चलते परीक्षाओं को देने के लिए छात्र अभी तैयार ही नहीं हैं.
याचिका में दलील दी गई है कि लॉकडाउन के दौरान होने वाली ऑनलाइन क्लासेज में छात्रों की उपस्थिति भी बहुत कम रही है. कई तो कोर्सेज ऐसे हैं, जिसमें कॉलेज में पाठ्यक्रम भी पूरा नहीं हुआ है. ऐसे में फिलहाल ऑनलाइन एग्जाम नहीं होना चाहिए. विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन परीक्षाओं को फिलहाल रद्द करना चाहिए.
ऑनलाइन क्लासेज पर सवाल उठाते हुए याचिका में कहा गया है कि डीयू ने अपने नोटिफिकेशन में ऑनलाइन परीक्षाओं में साधन विहीन लोगों के लिए कॉमन सुविधा केन्द्र की भी व्यवस्था की है.
इसका आशय है कि डीयू भी इस बात से सहमत है कि सभी छात्रों के पास ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध नहीं हैं. फिर ऐसे में डीयू ऑनलाइन कक्षाओं के जरिए सिलेबल खत्म करने का दावा कैसे कर सकता है.