दिल्ली: फ्रांस और ब्रिटेन समेत अन्य यूरोपीय देशों में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) की दूसरी लहर के जोर पकड़ने से तेल की मांग कमजोर पड़ने की आशंका के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के दामों में सोमवार को लगातार 31वें दिन भी कोई घटबढ़ नहीं हुई.
यूरोप में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के साथ ही अब फिर कई देश लॉकडाउन का एलान कर चुके हैं. फ्रांस के बाद अब इंग्लैंड में भी लॉकडाउन का एलान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कर दिया है. लॉकडाउन 05 नवंबर से शुरू होगा और 02 दिसंबर तक चार सप्ताह चलेगा. इससे ईंधन की खपत पर असर पड़ेगा. लाॅकडाउन के दौरान पब, रेस्तरां, गैर जरूरी दुकानें और दूसरी सुविधाओं के संचालन पर पाबंदी रहेगी.
घरेलू बाजार में डीजल के दाम में अंतिम बार कटौती दो अक्टूबर को हुई थी, जबकि पेट्रोल की कीमत पिछले 41 दिन से स्थिर हैं. पेट्रोल की कीमत में आखिरी बार 22 सितंबर को 7 से 8 पैसे प्रति लीटर की गिरावट देखी गई.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में हालांकि कच्चे तेल की कीमतों में बहुत उठापटक देखने को नहीं मिल रही है. अमेरिका में तेल भंडारण बढ़ने और मांग को लेकर चिंता से कच्चे तेल में कमजोरी बनी हुई है. वहीं कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से मांग को लेकर भी चिंता सता रही है. अमेरिका और यूरोप में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की वजह से मांग को लेकर चिंता है.