पाकिस्तान: पाकिस्तान में बीते दिनों फर्जी पायलट के लाइसेंस को लेकर काफी बवाल हुआ था. अब इसका खामियाजा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को भुगतना पड़ रहा है. यूरोपियन यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी ने PIA के अगले 6 महीने तक यूरोप में उड़ान भरने पर रोक लगा दी है.
EASA ने ये फैसला पायलटों के फर्जी लाइसेंस, सुरक्षा कारणों की वजह से लिया है. यूरोप के अलावा यूएई ने भी इस मामले में सख्ती बरती है और पाकिस्तानी पायलटों की सही जानकारी मांगी है, तभी अपने यहां प्रवेश देने को कहा है.
आपको बता दें कि बीते दिनों पाकिस्तान में एक विमान हादसा हुआ था, जिसमें PIA का एक विमान रिहायशी इलाके में जा घुसा था. बाद में पता चला कि इसमें पायलट की भारी चूक थी, क्योंकि वो और उसके साथी तब कोरोना वायरस पर चर्चा कर रहे थे और लैंडिंग पर ध्यान नहीं दे पाए. इस हादसे में करीब सौ लोगों की मौत हो गई थी.
इसी हादसे के बाद पाकिस्तान में जांच में खुलासा हुआ है कि वहां पर आधे से अधिक पायलटों के लाइसेंस फर्जी हैं. करीब 860 में से 300 के करीब पायलट इस मामलें में पकड़े जा चुके हैं, यानी उनकी पहचान की जा चुकी है. इसी वजह से अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां पाकिस्तान की फ्लाइट को लेकर सतर्कता बरत रही हैं.
इस फैसले पर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की ओर से बयान भी आया है. कहा गया है कि हम कोरोना वायरस की वजह से वैसे भी अभी यूरोप में कोई उड़ान नहीं भर रहे थे. लेकिन हमें उम्मीद थी कि हालात सुधरने पर कुछ इलाकों में विमान सेवा शुरू की जाएगी. अभी तक PIA ने 150 से अधिक पायलटों के उड़ान भरने पर रोक लगा दी है.